Ranchi: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के बरहेट विधानसभा के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा पर आरोप लगने का दौर लगातार जारी है. एक बार फिर से अंकुश राजहंस ने पंकज मिश्रा पर आरोप लगाया है. ये वही अंकुश मिश्रा हैं, जिनका ऑडियो कुछ दिनों पहले सब इंस्पेक्टर रामहरीश निराला के साथ वायरल हुआ था. अंकुश ने पंकज मिश्रा पर आरोप लगाते हुए एक वीडियो जारी किया है. वीडियो में अंकुश राज्य के डीजीपी से सुरक्षा और उनके साथ न्याय करने की गुहार लगाते नजर आ रहे हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री से गुहार लगायी है कि उनके साथ न्याय हो.
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जारी वीडियो में अंकुश कह रहे हैं कि कुछ दिनों पहले मेरा एक ऑडियो वायरल हुआ था. जिसमें मेरी और सब इंस्पेक्टर रामहरीश निराला की आवाज है. इसके बाद से ही साहेबगंज पुलिस मुझे बहुत प्रताड़ित कर रही है. मैंने बच्चु यादव, ढाहू यादव और पागल यादव के खिलाफ मुकदमे दायकर किए थे. लेकिन उनपर कोई कार्रवाई नहीं हुई. इस बीच ये लोग मेरे साथ अपराध करते रहे. आखिर में पुलिस ने भी मेरा केस लेना बंद कर दिया. जिसके बाद मैंने कोर्ट में कम्प्लेन केस किया. उस केस में की कॉपी थाना प्रभारी को तीन अप्रैल को ही मिल चुकी है. लेकिन अभी तक पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया है. मैं जब बार-बार थाना का चक्कर लगाया तो थाना प्रभारी, पंकज मिश्रा और पूरी गैंग ने मिलकर मेरे ऊपर एक फॉल्स एफआईआर किया. आरोप लगाया कि मैंने अपनी ही जमीन पर अपना ही बेरियर और घर तोड़ दिया.
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ऑडियो वायरल होने के बाद से इसी केस को मुद्दा बनाकर पुलिस और गुंडों से मुझे परेशान कराया जा रहा है. आगे अंकुश कह रहे हैं कि डीजीपी साहब इसका संज्ञान लें. अगर ऐसी स्थिति बनी रहेगी तो साहेबगंज में व्यापारी व्यापार नहीं कर पाएंगे और हमें झारखंड छोड़ना पड़ेगा. हमने बहुत हिम्मत के साथ हेमंत सरकार को मिलजुल कर बनाया है. एक नारा था हेमंत है तो हिम्मत है, लेकिन यह हिम्मत टूट रहा है. इसे टूटने से रोकें. डीजीपी साहब उसमें आपका बहुत ही बड़ा रोल है. क्योंकि आप पुलिस के कप्तान हैं झारखंड के. हेमंत सोरेन से मेरी निवेदन है कि जो हिम्मत आपने बनाया था उसे टूटने ना दें. इस हिम्मत को बनाने में झारखंड के एक एक जनता का हाथ था. कृपया इस मामले को संज्ञान में लें. पंकज मिश्रा जी पुलिस को एफआईआर नहीं लेने देते हैं. एफआईआर लेने के बाद पंकज मिश्रा ही पुलिस को कुछ करने का निर्देश देते हैं. एसपी साहेब साहेबगंज में एक टंगे हुए कपड़े के रूप में बैठे हुए हैं. जैसे कोई कपड़े को खूंटी पर टांग देता है. उनका कोई रोल नहीं है. इस कानूनी व्यवस्था को सुधारें जनता त्राहिमाम में है. लोगों की जमीन हड़पी जा रही है. गरीब के लिए काफी दुखदायी परिस्थिति बन गयी है. विधायक लोबिन हेंब्रम ने इस मुद्दा को उठाया था. लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई.
ये तो हद्द हो गई भाई यह तो बंगाल के व्यवस्था भी फेल हो गई इसमें राज्यपाल महोदया को संज्ञान लेना चाहिए।