- गुरूवार को बिजली निगम ने ईजी बिल एप्प और तूफान की तैयारियों पर किये दो ट्वीट
- लोगों ने किये तरह-तरह के कमेंट्स, कुछ ने कहा 48 घंटे से बिजली नहीं
Ranchi: झारखंड बिजली वितरण निगम की ओर से गुरूवार को दो ट्वीट किये गये. एक ईजी बिल एप्प के संबध में और दूसरा यास तूफान की तैयारियों की संबंध में था. ट्वीट कर जानकारी दी गयी जिसमें ईजी बिल एप्प के बारे में बताते हुए कहा गया कि उपभोक्ता कैसे बिल जेनरेट कर सकते हैं. साथ ही इस एप्प के जरिये 24 घंटे और सातों दिन बिजली बिल निकालने की जानकारी दी गयी.
वहीं निगम मुख्यालय की ओर से तूफान के मद्देनजर की गई तैयारियों की जानकारी दी गयी. ट्विटर पर ये जानकारी देते कुछ बिजली उपभोक्ताओं ने जेबीवीएनएल की खामियों और बिजली सप्लाई के संबंध में कमेंट्स करने लगे.
पहले पावर सप्लाई दें: जितेंद्र कुमार नामक ट्विटर यूजर ने इस ट्वीट पर कमेंट करते हुए कहा कि पहले सप्लाई दें. बोकारो के अक्षय श्रीवास्तव ने लिखा कि चास के केके सिंह कॉलोनी में बिजली नहीं है. पिछले 18 घंटे से. हेल्पलाइन काम नहीं कर रहा. जितेन गोराई ने कहा कि मेरे मीटर में प्रॉब्लम है. मेरे पास बिल पेमेंट और बिल का पूरा हिसाब है. बिरसानगर ऑफिस में कोई कर्मचारी मदद नहीं कर रहे. लगता है जैसे जेबीवीएनएल उपभोक्ताओं के प्रति संवेदनशील नहीं है.
रवि प्रकाश सिन्हा ने कहा एक फोटो के साथ कमेंट किया. जिसमें बताया जा रहा है ईजी बिल एप्प एक प्रोसिजर में रूक गया है. रवि ने लिखा है इससे आगे नहीं बढ़ रहा, कैसे बिल जमा करें. एक अन्य ट्वीट में रवि ने लिखा कि रिम्स एसडीओ ने मीटर का फोटो और डिटेल्स भेजा था, चार दिन हो गये. लेकिन अभी तक बिल जेनरेट नहीं हो रहा. चंद्रकांत अस्थाना ने लिखा कि ईजी बिल सेल्फ बिलिंग एप्प सही से काम नहीं कर रहा.
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करबी दीक्षित ने लिखा सर पहल बहुत अच्छी है. लेकिन मेरे घर के तरफ आज तक पोल नहीं लगा. रात आये तुफान से बांस भी टूट कर गिर गया. समस्या का निदान करें. राजमहल के नीरज आनंद ने लिखा कि राजमहल में बुधवार रात से लाइट नहीं थी. सुबह आयी तो अब तक पंद्रह बार बिजली कट चुकी है. संतोष सिन्हा ने लिखा ये एसओपी किस लिए है. और कहां है. जबकि 48 घंटे से बिजली पानी नहीं है.
क्या है ईजी बिल एप्प: बता दें ईजी बिल एप्प मीटर रीडिंग के लिए बनाया गया है. पिछले साल आए कोरोना लॉकडाउन के बाद निगम मुख्यालय स्तर से इसे बनाया गया. जिससे लोग खुद से मीटर रीडिंग कर अन्य ऑनलाइन माध्यमों से बिल पेंमेंट कर सकें.