- सूबे के किसानों की आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाना लक्ष्य
- किसानों को आत्मनिर्भर बनाना सरकार की प्राथमिकता
- पशु चिकित्सकों के कौशल एवं क्षमता विकास के लिए प्रशिक्षण
- पशु चिकित्सालयों को बेहतर बनाने पर राज्य सरकार का जोर
Ranchi: सरकार ने आने वाले 4 वर्षों में 24 लाख लोगों को कृषि कार्य से जोड़ने का लक्ष्य रखा है. विभाग की लोगों को खेती के साथ-साथ पशुपालन के लिए भी प्रोत्साहित करने की दिशा में कार्य कर रही है. इसके तहत मुख्यमंत्री पशुधन योजना इस लक्ष्य को प्राप्त करने में मील का पत्थर साबित होगा. इस योजना को धरातल पर शत-प्रतिशत उतारा जाए इस दिशा में मिलजुल कर काम करना होगा. उक्त बातें कृषि मंत्री बादल ने होटल बीएनआर चाणक्य, रांची में पशुपालन विभाग द्वारा आयोजित रिफ्रेशर कोर्स कम ट्रेनिंग प्रोग्राम के उद्घाटन के दौरान कही.
इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम से चिकित्सकों को होगा लाभ
मंत्री बादल ने कहा कि पशु चिकित्सकों के लिए इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित होने से निश्चित ही लाभ होगा. पशु चिकित्सकों के सहयोग से पशुपालन करने वाले किसानों को अपने पशुओं की देखभाल करने में मदद मिलेगी. पशुओं में कई तरह की होने वाली बीमारियों से बचाव की जानकारी भी प्राप्त होगी.उन्होंने कहा कि कई ऐसी बीमारियां हैं जो पशुओं से मानव में आती हैं और इससे हमारा स्वास्थ्य भी प्रभावित होता है.
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राज्य में आधुनिक पशु चिकित्सालय बनाने पर जोर
मंत्री ने कहा कि सरकार का प्रयास है कि राज्य में आधुनिक पशु-चिकित्सालय हों और उनकी गिनती देश के बेहतर पशु-चिकित्सालयों में हों, इसमें सभी का सहयोग अपेक्षित है. साथ ही साथ हमें वेटरनरी कॉलेज की स्थिति को भी सुधारना है. उसे सुदृढ़ करना है. पहले की तरह ही वेटनरी कॉलेजों को बेहतर स्थिति में लाना है.
प्रखंड स्तर से लेकर प्रमंडल स्तर तक की जाएगी कार्यों की समीक्षा
मंत्री बादल ने कहा कि वे पशुपालन विभाग द्वारा किए जा रहे कार्यों की समीक्षा प्रखंड स्तर से लेकर प्रमंडल तक करेंगे. जिला स्तर के पदाधिकारियों के साथ बैठक करेंगे. योजनाओं को धरातल पर उतारने में सहयोग करेंगे. साथ ही इस दिशा में कौन-कौन सी समस्याएं आ रही हैं उसकी जानकारी लेंगे.
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