Ranchi: झारखंड हाईकोर्ट के अधिवक्ता हेमंत शिकरवार के ऊपर हुए हमले के खिलाफ राज्य भर के अधिवक्ता एकजुट हो चुके हैं. झारखंड स्टेट बार काउंसिल के सभी सदस्यों की आपातकालीन बैठक में हुए निर्णय के अलोक में रांची सिविल कोर्ट के अधिवक्ताओं ने भी 1 फरवरी को अपने आप को न्यायिक कार्यों से दूर रखने का निर्णय लिया है. इसके साथ ही रांची जिला बार एसोसिएशन के द्वारा पत्राचार के माध्यम से रांची सिविल कोर्ट के प्रधान न्यायाधीश से यह मांग की है कि न्यायिक कार्य से अधिवक्तओं के दूर रहने के कारण 1 फरवरी को सूचीबद्ध मामलों में किसी भी तरह का विपरीत आदेश पारित न किया जाये. रांची जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष एवं महासचिव के संयुक्त हस्ताक्षर से यह पत्र जारी कर आग्रह किया गया है. ऑल इंडिया लॉयर्स फोरम के पदाधिकारियों ने भी मुख्यमंत्री को आवेदन दे कर कार्रवाई की मांग की है. संगठन के महासचिव सत्येंद्र प्रसाद ने इस पर कड़ा विरोध जताया है और प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की मांग की है. अध्यक्ष दीपेश निराला ने घटना की घोर निंदा की है. साथ ही ऑल इंडिया लॉयर्स फोरम ने झारखंड राज्य में एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की मांग की है.
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में राष्ट्रपति का अभिभाषण, कोरोना ने बढ़ायी मुश्किलें, भारत सबसे ज्यादा वैक्सीनेशन वाला देश हेमंत शिकरवार के साथ हजारीबाग में मारपीट हुई थी
बता दें कि शनिवार को स्टेट बार काउंसिल के सदस्य हेमंत शिकरवार के साथ हज़ारीबाग में मारपीट हुई थी. जिसमें वे घायल हुए थे. पूरे प्रकरण के पीछे की मुख्य वजह भूमि से संबंधित विवाद बताया जा रहा है. इस घटना के बाद रविवार को काउन्सिल ने यह निर्णय लिया कि झारखंड के सभी अधिवक्ता 1 फरवरी को न्यायिक कार्य से विलग रहेंगे एवं आगे काले रिबन पहनकर अपना विरोध जताएंगे.
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