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शराब घोटाले में एसीबी ने जिन्हें नोटिस भेजा, सभी इडी के जांच के दायरे में शामिल

Ranchi:  एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने शराब घोटाले में जिन लोगों को नोटिस जारी कर पूछताछ के लिए बुलाया है, वह सभी इडी के जांच के दायरे में शामिल हैं. एसीबी ने धनंजय कुमार, उमाशंकर सिंह, शिपिज त्रिवेदी, विनय कुमार सिंह और उपेंद्र कुमार को नोटिस जारी किया है. इडी ने शराब घोटाले में 14 अक्तूबर 2024 को इसीआइआर (ECIR/RNZO/20/2024) दर्ज की थी. इसीआईआर दर्ज करने के बाद इडी ने 29 अक्तूबर 2024 को विनय चौबे सहित अन्य लोगों के ठिकानों पर छापा मारा था. इडी ने जिन लोगों को छापेमारी के दायरे में शामिल किया था उसमें विनय चौबे, गजेंद्र सिंह, शिपिज त्रिवेदी, उपेंद्र शर्मा, धनंजय कुमार, उमाशंकर सिंह, आशीष राठौर और एन उदय कुमार का नाम शामिल है. एसीबी ने 20 मई को शराब घोटाले में प्राथमिकी दर्ज करने के बाद जिन दो लोगों को गिरफ्तार किया, वह दोनों इडी के जांच के दायरे में शामिल हैं. इसमें उत्पाद विभाग के तत्कालीन सचिव विनय चौबे आर उत्पाद विभाग के संयुक्त आयुक्त गजेंद्र सिंह का नाम शामिल है. इसके बाद एसीबी ने जिन पांच लोगों को पूछताछ के लिए नोटिस जारी किया है, वे सभी भी इडी द्वारा जारी शराब घोटाले के जांच के दायरे में शामिल है.  धनंजय कुमार चार्टर्ड अकाउंटेट हैं. उमाशंकर सिंह श्रीलैब नामक शराब की कंपनी से संबंधित है. इडी की जांच के दौरान उमाशंकर सिंह मेसर्स टॉप सिक्यूरिटीज नामक कंपनी से अपने व्यापार के लिए फंड जुटाने की बात स्वीकार कर चुके है. शराब के व्यापार में पैसा लगाने वाली कंपनी का संबंध छत्तीसगढ़ शराब सिंडिकेट से है. इस कंपनी से जुड़े एक व्यक्ति झारखंड के शराब व्यापारियों के बीच “मामा जी” के नाम से चर्चित रहे हैं. शिपिज त्रिवेदी के ठिकानों से इडी ने सोने की इंट जब्त की थी. इसकी कीमत 20 लाख रुपये से अधिक आंकी गयी है.  विनय कुमार सिंह का संबंधित गाड़ियों के व्यापार से है. उपेंद्र शर्मा चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं. वह विनय चौबे का आयकर रिटर्न दाखिल करते हैं. इसके अलावा वह तीन अन्य कंपनियों का भी आयकर रिटर्न दाखिल करते है.

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