बगैर सड़क के पुल का निर्माण कर दिया गया
एक हज़ार से पांच सौ मीटर के पुल के निर्माण में बड़ी धांधली बरती गयी है. सैकड़ों पुल या तो बरसात में बह गये या फिर अभी भी अधूरे हैं. मुख्यमंत्री ग्राम सेतु योजना के तहत गांवों को जिला मुख्यालय से जोड़ने की कोशिश थी, जो फेल रही है. एक ही नदी पर थोड़ी- थोड़ी दूरी पर बगैर सड़क के पुल का निर्माण कर दिया गया और पैसे निकाल लिये गये.स्वर्णरेखा प्रोजेक्ट में भ्रष्टाचार का ब्योरा भी पत्र में दिया गया है
विशेष प्रमंडल की जवाबदेही निभाते हुए बीरेंद्र राम ने इस भ्रष्टाचार को अंजाम दिया है और करोड़ों रुपये की संपति अर्जित की है. पंकज यादव ने स्वर्णरेखा प्रोजेक्ट में बीरेंद्र राम के द्वारा किये गये भ्रष्टाचार का ब्योरा भी अपने पत्र में दिया है. साथ ही उनके कार्यकाल में किये गये भ्रष्टाचार की जांच कराते हुए उन्हें अभियंता प्रमुख के पद से हटाने की मांग की है.आठ जनवरी को मुख्य सचिव को भी पत्र लिखा था
उल्लेखनीय है कि पंकज यादव ने आठ जनवरी को मुख्य सचिव को पत्र लिखकर बिरेन्द्र राम को पद से हटाने की मांग की थी, जिसमें ग्रामीण विकास विभाग के अभियंता प्रमुख की संपत्ति के ब्योरा के साथ- साथ एसीबी तथा हाई कोर्ट में बीरेंद्र राम के खिलाफ जांच चलने की जानकारी मुख्य सचिव को दी थी. पंकज यादव ने लगातार. इन को बताया कि बीरेंद्र राम पर अगर कार्रवाई नहीं होती है, तो वो न्यायालय में उनकी नियुक्ति को चुनौती देंगे. इसे भी पढ़ें – शिक्षा">https://lagatar.in/education-minister-assurance-4-thousand-computer-teachers-will-not-get-jobs/">शिक्षामंत्री ने दिया आश्वासन, 4 हजार कंप्यूटर टीचरों की नहीं जायेगी नौकरी [wpse_comments_template]

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