- हड़ताल अवधि का बकाया वेतन की मांग को लेकर गये थे सिविल सर्जन कार्यालय
Ranchi : हड़ताल अवधि का बकाया वेतन की मांग को लेकर सिविल सर्जन कार्यालय गये अनुबंधकर्मियों को सिविल सर्जन डॉ विनोद कुमार ने जलील किया. एएनएम-जीएनएम कर्मचारी संघ की प्रदेश अध्यक्ष मीरा कुमारी ने आरोप लगाया है कि वेतन भुगतान नहीं होने की जानकारी के लिए हमलोग सिविल सर्जन ऑफिस गए थे. अपनी ड्यूटी खत्म करने के बाद जब हम सभी सीएस ऑफिस जाकर वेतन भुगतान की जानकारी लेने के लिए गए, तब सिविल सर्जन डॉ विनोद कुमार ने हम सभी को दुत्कारा. मीरा ने आरोप लगाया कि हम सभी कर्मचारियों का सीएस ने फोटो भी खींचा. जबकि हमलोग अपनी जायज मांगों को लेकर गए थे.
मंत्री ने वेतन भुगतान का निर्देश दिया था
बता दें कि रांची जिले के 11 प्रखंडों के कर्मचारियों को अब तक हड़ताल की अवधि का वेतन नहीं दिया गया है. जबकि विभागीय मंत्री ने वेतन भुगतान करने का निर्देश हड़ताली कर्मियों के साथ हुए बैठक के दौरान ही दिया था.
16 जनवरी से 25 फरवरी तक बेमियादी हड़ताल की गयी थी
मालूम हो कि झारखंड अनुबंध पारा चिकित्सा कर्मी संघ और झारखंड राज्य एनआरएचएम एएनएम-जीएनएम अनुबंध कर्मचारी संघ के बैनर तले 16 जनवरी से 25 फरवरी तक बेमियादी हड़ताल की गयी थी. समायोजन और समान काम के बदले समान वेतन की मांग को लेकर राजभवन के समक्ष राज्य भर के अनुबंध कर्मचारी 40 दिनों तक डटे रहे. 25 फरवरी को विभागीय मंत्री बन्ना गुप्ता की अध्यक्षता में संघ के साथ हुई बैठक के दौरान हड़ताल अवधि के वेतन का भुगतान करने का निर्देश दिया गया था. बावजूद इसके अब तक वेतन का भुगतान नहीं किया गया.
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