Ranchi : भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के बयान पर झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव और प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने पलटवार किया है. उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा कि मरांडी को देश की खुफिया एजेंसियों का प्रमुख बना देना चाहिए क्योंकि उनसे बेहतर शायद ही कोई जानता हो कि कौन अधिकारी किस अपराधी से कितने पैसे लेता है.
सुप्रियो ने कहा, जैसे महाभारत में संजय को दिव्य दृष्टि प्राप्त थी, वैसे ही कलयुग के संजय बाबूलाल मरांडी हैं, जिनकी तीसरी आंख तब खुलती है जब कोई अफसर रिटायर हो जाता है. भट्टाचार्य की यह प्रतिक्रिया उस प्रेस वार्ता के बाद आयी, जिसमें श्री मरांडी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और पूर्व डीजीपी अनुराग गुप्ता पर गंभीर आरोप लगाए थे.
मरांडी ने कहा था कि हेमंत सरकार ने गिव एंड टेक के फॉर्मूले पर गुप्ता को डीजीपी बनाया था, ताकि अवैध बालू, कोयला, पत्थर और शराब के धंधे को संरक्षण दिया जा सके. उन्होंने दावा किया था कि अनुराग गुप्ता के खिलाफ डिग्री घोटाले से लेकर कोयलांचल शांति समिति के नेटवर्क तक में काले धन का खेल चला.
मरांडी ने यह भी आरोप लगाया था कि रिया सिन्हा की गिरफ्तारी के बाद गुप्ता और अपराधियों के बीच पैसों के लेनदेन और अमन साहू एनकाउंटर से जुड़ी जानकारियां सामने आयी हैं. उनका कहना था कि रिया और सुजीत सिन्हा के जरिए एक अवैध नेटवर्क झारखंड में सक्रिय था, जो पाकिस्तान से हथियार मंगवाकर रंगदारी वसूली करता था.
मरांडी ने इस मामले की जांच एनआईए से कराने की मांग करते हुए कहा था कि अगर मुख्यमंत्री में हिम्मत है तो वे अनुराग गुप्ता के कार्यकाल की उच्चस्तरीय जांच कराएं. झामुमो ने भाजपा अध्यक्ष के आरोपों को राजनीतिक नौटंकी बताया है.
सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि मरांडी का उद्देश्य झारखंड की राजनीति को भ्रमित करना है. उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि मरांडी की जानकारी और भविष्यवाणी की क्षमता ऐसी है कि उन्हें इंटेलिजेंस एजेंसियों की जगह देना ही उचित होगा
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