Palamu : झारखंड के कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू के एनकाउंटर मामले में एटीएस के इंस्पेक्टर प्रमोद कुमार सिंह ने चैनपुर थाने में एक लिखित आवेदन दिया है. इसी आधार पर रात में एफआईआर दर्ज की गयी, जिसका कांड संख्या 40/25 है. चैनपुर थाना प्रभारी श्रीराम शर्मा ने भी एफआईआर दर्ज होने की पुष्टि की है.
एटीएस इंस्पेक्टर प्रमोद कुमार सिंह (आवेदन) के अनुसार, एटीएस की टीम मंगलवार को छत्तीसगढ़ के रायपुर से गैंगस्टर अमन साहू को रांची के होटवार जेल ले जा रही थी. इसी दौरान पलामू के चैनपुर थाना क्षेत्र के अंधारी ढोढा के पास कुछ अपराधियों ने गाड़ी पर हमला किया और अमन साहू को छुड़ाने की कोशिश की. इस दौरान अमन साहू मारा गया.
एफआईआर के अनुसार, एटीएस को 38 राउंड गोलियां चलानी पड़ीं. इस दौरान उनका एक जवान भी घायल हो गया. जख्मी जवान खतरे से बाहर है और उसका इलाज मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एमएमसीएच) में चल रहा है.
अमन साहू को होटवार जेल शिफ्ट करने का मिला था आदेश
एटीएस इंस्पेक्टर प्रमोद कुमार सिंह ने एफआईआर में बताया कि अभियुक्त अमन साहू को होटवार जेल शिफ्ट करने का आदेश मिला था. इसी क्रम में 9 मार्च को सुबह 11:00 बजे एटीएस की टीम रांची के धुर्वा कैंप से रायपुर के लिए रवाना हुई. 10 मार्च को रात 8:30 बजे रायपुर सेंट्रल जेल से अमन साहू को एटीएस को सौंपा गया. अमन साहू को स्कॉर्पियो गाड़ी में बैठाया गया था और दो गाड़ियां आगे-पीछे स्कॉट कर रही थीं. पूरी टीम रायपुर, अंबिकापुर, रामानुजगंज और रमकंडा होते हुए रांची आ रही थी.
जब 11 मार्च को एटीएस की टीम पलामू के चैनपुर थाना क्षेत्र के अंधारी ढोढा के पास पहुंची, तो 6-7 अज्ञात अपराधियों ने पूर्व दिशा की तरफ से उनकी गाड़ी पर बम से हमला किया. इस दौरान अपराधियों ने ताबड़तोड़ गोलीबारी भी की. हमलावरों का इरादा हथियार छीनने और सभी की जान लेने का था. इस बीच जवानों ने भी जवाबी कार्रवाई में फायरिंग की.
इसी बीच परिस्थितियों का फायदा उठाकर अमन साहू एटीएस के जवान विजय कुमार का इंसास राइफल लूटकर हमलावर साथियों की तरफ भागने लगा. उसे चेतावनी दी गयी, इसके बावजूद वह भागता रहा और मुड़कर फायरिंग करने लगा. अमन साहू के साथी भी फायरिंग और बमबारी करते रहे. इस विपरीत परिस्थितियों में एटीएस इंस्पेक्टर के साथ मिलक सभी जवानों ने भी गाड़ी के नीचे से पोजीशन लेकर जवाबी कार्रवाई की. इस दौरान अमन साहू मारा गया और एक जवान भी घायल हो गया. जख्मी जवान खतरे से बाहर है और उसका इलाज मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एमएमसीएच) में चल रहा है.