Jammu/Kashmir : जम्मू कश्मीर स्थित पवित्र अमरनाथ गुफा मंदिर के पास बचाव अभियान रात भर जारी रहने की खबर है. अधिकारियों ने शनिवार को जानकारी दी कि सेना के हेलीकॉप्टरों द्वारा छह तीर्थयात्रियों को वहां से निकाला गया है. बता दें कि दक्षिण कश्मीर स्थित पवित्र अमरनाथ गुफा के पास शुक्रवार शाम बादल फटने से आयी बाढ़ के कारण कई लोग बह गये. कम से कम 15 लोगों की मौत हो गयी है. शुक्रवार से लगातार बचाव अभियान जारी है. मौके पर आईटीबीपी और एनडीआरएफ की टीमें डटी हैं. देर रात तक राहत और बचाव कार्य चलता रहा.
#WATCH | 2 Through Wall Radars & 2 search & rescue dogs moved to the holy cave for rescue operation via helicopters from Sharifabad #AmarnathYatra pic.twitter.com/sOPlbudWCd
— ANI (@ANI) July 9, 2022
#WATCH | 6 pilgrims evacuated as part of the air rescue operation, this morning. Medical teams present at Nilagrar helipad. Mountain rescue teams & lookout patrols are in the process of searching for the missing.#AmarnathYatra
(Source: Chinar Corps, Indian Army) pic.twitter.com/NccAaPFsMt
— ANI (@ANI) July 9, 2022
इसे भी पढ़ें-रविवार को NDA सांसदों की बैठक दिल्ली में, पीएम मोदी भी शामिल होंगे, राष्ट्रपति चुनाव पर मंथन के बाद डिनर भी
मेडिकल और पैरा-मेडिकल स्टाफ की छुट्टियां रद्द
शनिवार सुबह से एक बार फिर ऑपरेशन में तेजी लायी जा रही है. घटना में हताहतों की संख्या बढ़ने की आशंका को देखते हुए जम्मू कश्मीर के स्वास्थ्य सेवा निदेशालय ने कश्मीर घाटी में तैनात सभी सरकारी मेडिकल और पैरा-मेडिकल स्टाफ की छुट्टियां रद्द कर दी हैं. बाढ़ के कारण पवित्र गुफा क्षेत्र के पास फंसे अधिकांश यात्रियों को पंजतरणी स्थानांतरित कर दिया गया है. ITBP ने लोअर होली गुफा से पंजतरणी तक अपने मार्ग खोलने और सुरक्षा दलों को और बढ़ाया है अब तक करीब 15,000 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है.
इसे भी पढ़ें- अहमदाबाद क्राइम ब्रांच की टीम मुंबई रवाना, झारखंड में पत्रकार रह चुके फिल्म निर्माता अविनाश दास पर लटकी गिरफ्तारी की तलवार
भारी बारिश के बीच शुक्रवार शाम लगभग साढ़े पांच बजे बादल फटा
अधिकारियों के अनुसार, भारी बारिश के बीच शुक्रवार शाम लगभग साढ़े पांच बजे बादल फटा. पहाड़ की ढलानों से पानी एवं गाद की मोटी धारा घाटी की ओर बहने लगी. अधिकारियों के अनुसार, तीर्थस्थल के बाहर स्थित आधार शिविर में पानी घुस गया, जिससे 25 टेंट और तीन सामुदायिक रसोई क्षतिग्रस्त हो गयी, जहां तीर्थयात्रियों को भोजन परोसा जाता है. एक अधिकारी ने जानकारी दी कि आज सुबह हवाई बचाव अभियान शुरू किया गया. छह तीर्थयात्रियों को सुरक्षित निकाला गया. खबरों के अनुसार मरीजों को नीलागरार हेलीपैड पहुंचाया जा रहा है जहां पर सैन्य चिकित्सा दल उनका इलाज कर रहे हैं.
इसे भी पढ़ें- एलन मस्क ने ट्विटर डील किया कैंसिल, कंपनी को देंगे 1 बिलियन डॉलर पेनाल्टी
गश्ती दल लापता लोगों की तलाश कर रहे हैं
सेना के अधिकारी ने कहा कि पर्वतीय बचाव दल और गश्ती दल लापता लोगों की तलाश कर रहे हैं. शुक्रवार को एक अधिकारी ने जानकारी दी थी कि लगभग 40 लोग लापता हैं. पांच को बचा लिया गया है. जान लें कि केंद्र शासित प्रदेश प्रशासन और श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) ने बादल फटने से प्रभावित हुए लोगों के परिवारों की मदद के लिए चार टेलीफोन नंबर जारी किये हैं, प्रशासन के एक अधिकारी ने कहा कि 30 जून से शुरू हुई अमरनाथ यात्रा त्रासदी के बाद स्थगित कर दी गयी है. बचाव अभियान खत्म होने के बाद इसे फिर से शुरू करने पर फैसला किया जायेगा
हेल्पलाइन नंबर जारी
राज्यपाल प्रशासन और श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड ने चार टेलीफोन नंबर जारी किये हैं. जिस पर संपर्क कर लोग जानकारी ले सकते हैं. सरकार के जनसंपर्क विभाग और श्राइन बोर्ड ने ट्वीट किया कि अमरनाथ यात्रा के लिए हेल्पलाइन नंबर: एनडीआरएफ: 011-23438252, 011-23438253, कश्मीर डिविजनल हेल्पलाइन: 0194-2496240, श्राइन बोर्ड हेल्पलाइन: 0194-2313149 इसके साथ ही प्रशासन ने कहा कि उसका ध्यान अभी राहत अभियान पर है.
[wpse_comments_template]