NewDelhi : बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर के कथित अपमान को लेकर देश भर में भाजपाऔर विपक्षी दलों में ठन गयी है. अमित शाह द्वारा संसद के शीतकालीन सत्र में दिये गये भाषण के एक हिस्से को लेकर कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, बसपा-सपा समेत कई राजनीतिक दल भाजपा पर हमलावर हैं. सभी दल हैं अमित शाह से माफी की मांग कर रहे हैं. आम आदमी पार्टी ने इसे दिल्ली चुनाव में भुनाने में लग गयी है. आप नेता-कार्यकर्ता दलित बस्तियों में जाकर भाजपा पर आंबेडकर के अपमान का आरोप लगा रहे हैं. इधर कांग्रेस ने देश भर में कार्यक्रम करने का एलान किया है.
#WATCH | Delhi | BJP leader Ravi Shankar Prasad says, “The Congress party must tender an unconditional apology for the insult and humiliation done to Dr BR Ambedkar and his legacy.” pic.twitter.com/XiLMUXfcOB
— ANI (@ANI) December 23, 2024
भाजपा ने कांग्रेस पर करारा हमला बोला है
यह सब देखते हुए भाजपा ने कांग्रेस पर करारा हमला बोला है. भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा, बाबासाहेब आंबेडकर का सबसे ज्यादा अपमान तो कांग्रेस ने ही किया है. कहा कि कांग्रेस पार्टी को डॉ बीआर अंबेडकर और उनकी विरासत के प्रति किये गये अपमान के लिए बिना शर्त माफी मांगनी चाहिए.
श्री प्रसाद ने कहा, जवाहर लाल नेहरू ने उन्हें(बाबासाहेब )चुनाव में हरवा दिया था. उनके खिलाफ खुद प्रचार करने उतरे थे. उन्होंने कहा कि 1952 के चुनाव में मुंबई उत्तर मध्य सीट से डॉ आंबेडकर हार गये थे. नारायण सदोबा काजरोलकर को जीत मिली थी. इस चुनाव में नेहरू ने डॉ आंबेडकर के खिलाफ कैंपेन किया था. नारायण सदोबा काजरोलकर को कांग्रेस सरकार ने 1970 में देश के तीसरे सबसे बड़े सम्मान (पद्म भूषण) प्रदान किया था.
पूरा नेहरू-गांधी परिवार अपने लिए भारत रत्न लेता रहा
रविशंकर प्रसाद ने कहा, पूरा नेहरू-गांधी परिवार अपने लिए भारत रत्न लेता रहा. लेकिन भीमराव आंबेडकर को सम्मान नहीं दिया गया. उलटा उन्हें चुनाव हराने वाले नारायण सदोबा काजरोलकर को पद्म भूषण दे दिया. रविशंकर प्रसाद ने इसे भीमराव आंबेडकर का अपमान करार दिया. भाजपा सांसद ने कहा कि हमारे पास पूरे दस्तावेज हैं. हम देश भर में लोगों को बतायेंगे कि कांग्रेस कैसे बाबासाहेब का अपमान करती आ रही है. रविशंकर प्रसाद ने अमित शाह का बचाव करते हुए कहा कि उनके भाषण के एक हिस्से को काटकर फैलाया जा रहा है. हम कांग्रेस को इसका जवाब देंगे और पूरे देश में अभियान चलाकर उनकी आंबेडकर विरोधी सोच को सबके सामने रखेंगे