NewDelhi : अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के टॉप आर्थिक सलाहकार ब्रायन डीज ने कहा है कि भारत को रूस के साथ गठबंधन की भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है. यह भी कहा कि रूस यूक्रेन मुद्दे पर चीन और भारत द्वारा लिये गये फैसलों ने पश्चिमी देशों को निराश किया है. खबर है कि अमेरिका यूक्रेन पर हमला करने के लिए रूस को संयुक्त राष्ट्र की मानवाधिकार परिषद से निलंबित करने के लिए यूएनजीए में एक प्रस्ताव लेकर आया है. इस पर आज मतदान होगा. बता दें कि इस प्रस्ताव पर रूस ने भी खुली धमकी देते हुए कहा है कि अगर किसी भी देश ने इस प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया तो वह गंभीर परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहे.
इसे भी पढ़ें : 2.5 लाख करोड़ खर्च करने के बावजूद रेल परिवहन व्यवस्था नहीं सुधरी: कैग की रिपोर्ट
भारत की तटस्थता की नीति अमेरिका का रास नहीं आ रही है
रूस और यूक्रेन के बीच जारी घमासान युद्ध के बीच भारत की तटस्थता की नीति अमेरिका का रास नहीं आ रही है और वह कई बार इस मुद्दे को लेकर भारत पर दबाव बना चुका है. परोक्ष रूप से दबाव बनाने की नाकाम कोशिश के बाद अब अमेरिका खुली धमकी देने पर उतारू हो गया है. बुधवार को पत्रकारों से बात करते हुए डिज ने कहा कि यूक्रेन संकट पर भारत और चीन द्वारा दिखाई गई तटस्थता से अमेरिका बहुत निराश है और इसके दीर्घकालिक संबंध प्रभावित हो सकते हैं.
इसे भी पढ़ें : अद्भुत…सूरज पर 20 हजार KM गहरी, 2 लाख KM लंबी आग की घाटी बनी, धरती पर 7 और 8 अप्रैल को दिखेगा असर !
कई देशों ने रूस पर आर्थिक प्रतिबंध लगा रखे हैं
अमेरिका, यूरोप, ऑस्ट्रेलिया और जापान सहित कई देशों ने रूस पर आर्थिक प्रतिबंध लगा रखे हैं तो दूसरी तरफ भारत ने इन प्रतिबंधों को मानने से इनकार कर दिया है और उससे तेल आयात करने की तैयारी कर रहा है. इससे पहले भी अमेरिका भारत पर दबाव बनाने की लगातार कोशिश कर रहा है. कुछ दिन पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार दलीप सिंह ने भारत यात्रा के दौरान चेतावनी दी थी कि अगर चीन LAC का उल्लंघन करता है तो भारत को यह उम्मीद नहीं करनी चाहिए कि रूस भारत को बचाने के लिए आएगा.