Washington : मिडिल ईस्ट से बड़ी खबर आयी है. ईरान-इजरायल के बीच युद्ध छिड़ने की आशंका के बी अमेरिका ने अपनी नौसेना का कम से कम 30 फीसदी हिस्सा इलाके में उतार दिया है. सूत्रों के अनुसार ईरान, उसके साथी देशों और आतंकी समूहों के हमलों से बचाने के लिए अमेरिका ने अपनी नौसेना का 30 फीसदी हिस्सा भूमध्यसागर और उसके आसपास तैनात कर दिया है
अब्राहम लिंकन एक-दो दिन में भूमध्यसागर तक पहुंच जायेगा
खबर है कि कैरियर स्ट्राइक ग्रुप अब्राहम लिंकन एक-दो दिन में भूमध्यसागर तक पहुंच जायेगा. बता दें कि परमाणु मिसाइलों से लैस पनडुब्बी यूएसएस जॉर्जिया वहां पहुंच चुकी है. ओमान की खाड़ी में थियोडोर रूजवेल्ट एयरक्राफ्ट कैरियर स्ट्राइक ग्रुप अलर्ट पर है. इसके अलावा यूएसएस जॉन एस मैक्केन और यूएसएस डैनिल इनोयू भी तैनात किये जा चुके हैं.
युद्धपोत यूएसएस ऑक्सेन, यूएसएस स्प्रुएंस पहले से ही तैनात किये जा चुके हैं
सूत्रों की मानें तो अब्राहम लिंकन कैरियर स्ट्राइक ग्रुप को मलाक्का की खाड़ी में तैनात किया जायेगा. युद्धपोत यूएसएस ऑक्सेन, यूएसएस स्प्रुएंस और यूएसएस फ्रैंक ई पीटरसेन जूनियर खाड़ी में पहले से ही तैनात किये जा चुके हैं. पूर्वी भूमध्यसागर में एंफिबियस असॉल्ट शिप तैनात हैं. यहां तैनात यूएसएस वास्प, यूएसएस ओक हिल और यूएसएस न्यूनॉर्क. ये हथियार, सैनिक, टैंक, रसद पहुंचाने के साथ-साथ हमला करने वाले जहाज हैं.
भूमध्यसागर में अमेरिकी नौसेना की छठी फ्लीट
अमेरिकी नौसेना की पांचवीं AOR यूनिट यानी ऑक्सीलरी, ऑयल और रिप्लेनिशमेंट मिडिल ईस्ट में. इसमें चार जंगी जहाज यूएसएस लेविस बी पुलर, यूएसएस रसेल, यूएसएस कोल और यूएसएस माइकल मर्फी शामिल हैं. ये जहाज जंगी जहाजों, फाइटर जेट्स, आदि तक तेल, हथियार और रसद पहुंचाते हैं. .
भूमध्यसागर में अमेरिकी नौसेना की छठी फ्लीट AOR. यूएसएस अर्लीघ बुर्क, यूएसएस लबून, यूएसएस रूजवेल्ट, यूएसएस बल्केली तैनात हैं. ये जहाज हैं, जो सप्लाई में मदद करते हैं. घातक हमला भी कर सकते हैं.