Mumbai : मैंने उद्धव ठाकरे को कभी मुख्यमंत्री बनाने का वादा नहीं किया. हम बंद कमरे में नहीं, सीना ठोककर राजनीति करने वाले लोग हैं. अगर, हम बयान दिये होते तो शिवसेना के नेताओं को जरूर मुख्यमंत्री बनाते. जान लें कि दो दिवसीय महाराष्ट्र दौरे पर पहुंचे गृहमंत्री अमित शाह ने सोमवार को यह कहते हुए शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे पर हल्ला बोला.
BJP never promised Uddhav Thackeray CM’s post ahead of polls, he betrayed for power: Amit Shah to party leaders in Mumbai
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— ANI Digital (@ani_digital) September 5, 2022
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BMC चुनावों में NDA भारी बहुमत से विजयी होगा
सूत्रों के अनुसार अमित शाह ने बैठक में पार्टी के नेताओं से कहा कि जो लोग पॉलिटिक्स में धोखा देते हैं, उन्हें सबक सिखाने की जरूरत है. बता दें कि शिंदे सरकार बनने के बाद शाह पहली बार महाराष्ट्र आये हैं. शा ने मुंबई में भाजपा के सांसदों, विधायकों व पार्षदों के साथ बैठक कर चर्चा की. कहा कि मोदी जी के नेतृत्व के एकनाथ जी और देवेंद्र जी की जोड़ी जनता के कल्याण हेतु समर्पित भाव से काम कर रही है, जनता NDA के साथ है. कहा कि मुझे विश्वास है कि आगामी BMC चुनावों में NDA भारी बहुमत से विजयी होगा.
मुंबई में भाजपा के सांसदों, विधायकों व पार्षदों के साथ बैठक कर चर्चा की।
मोदी जी के नेतृत्व के एकनाथ जी और देवेंद्र जी की जोड़ी जनता के कल्याण हेतु समर्पित भाव से काम कर रही है, जनता NDA के साथ है।
मुझे विश्वास है कि आगामी BMC चुनावों में NDA भारी बहुमत से विजयी होगा। pic.twitter.com/neAp4BUKKb
— Amit Shah (@AmitShah) September 5, 2022
शाह ने कहा, एकनाथ शिंदे की शिवसेना ही असली शिवसेना
भाजपा नेताओं से शाह ने कहा कि एकनाथ शिंदे की शिवसेना ही असली शिवसेना है, जो हमारे साथ है. शाह का आरोप था कि शिवसेना में टूट एक व्यक्ति की लालच के कारण हुई है. सत्ता के लिए उद्धव ने विचारधारा से समझौता कर लिया. तीन साल पीछे जायें तो महाराष्ट्र में 2019 का विधानसभा चुनाव भाजपा और शिवसेना ने मिलकर लड़ा था, 288 सीटों पर हुए चुनाव में भाजपा ने 105 और शिवसेना ने 55 सीटें जीती थीं. लेकिन चुनाव बाद शिवसेना ने ढाई-ढाई साल के लिए सीएम बनाये जाने की मांग रखी थी.
शिवसेना के अनुसार अमित शाह और उद्धव ठाकरे के बीच इस पर चुनाव पूर्व सहमति बन गयी थी. शिवसेना की इस मांग को भाजपा ने ठुकरा दिया. इस घटनाक्रम के बाद शिवसेना ने कांग्रेस और एनसीपी के साथ मिलकर सरकार बना ली.
30 जून को भाजपा के सहयोग से शिंदे मुख्यमंत्री बने
महाराष्ट्र में 20 जून को पहली बार एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना में टूट हुई. 20 विधायक बागी होकर सूरत और फिर गुवाहाटी में शरण ली. क्रमश: विधायकों की संख्या बढ़ कर 39 हो गयी. इसके बाद उद्धव ठाकरे ने CM पद से इस्तीफा दे दिया. बाद में 30 जून को भाजपा के सहयोग से शिंदे मुख्यमंत्री बने.
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