New Delhi : पश्चिम बंगाल में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव पर मंथन करने के लेकर आज केंद्रीय मंत्री गृह मंत्री अमित शाह ने पश्चिम बंगाल के भाजपा नेताओं के सीथ बैठक की.
#WATCH | Delhi: BJP leaders, including Sukanta Majumdar, Amit Malviya and other BJP leaders, leave after attending a meeting with Home Minister Amit Shah at Parliament on various issues related to West Bengal. pic.twitter.com/wZK6vecGmx
— ANI (@ANI) August 4, 2025
See now how Delhi police under the direct control of Ministry of Home, Government of India is describing Bengali as " Bangladeshi" language!
— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) August 3, 2025
Bengali, our mother tongue, the language of Rabindranath Tagore and Swami Vivekananda, the language in which our National Anthem and the… pic.twitter.com/2ACUyehSx8
#WATCH | Delhi: West Bengal BJP President Samik Bhattacharya says, "BJP holds meetings all the time... The issues regarding the upcoming elections, what difficulties are the workers facing, defeating Mamata Banerjee, these are the issues... This (SIR) is a matter for the Election… https://t.co/73QVH70AJI pic.twitter.com/HzZbeolejv
— ANI (@ANI) August 4, 2025
बैठक में पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष समिक भट्टाचार्य, केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार, सुनील बंसल, बीएल संतोष, अमिताभ चक्रवर्ती, अमित मालवीय सहित अन्य भाजपा नेता मौजूद थे.
समिक भट्टाचार्य ने बैठक के संदर्भ में कहा कि बैठक में बंगाल चुनाव को लेकर चर्चा की गयी. इस बात पर मंथन किया गया कि राज्य में भाजपा कार्यकर्ताओं को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है. उससे निजात पाने के लिए रणनीति पर चर्चा की गयी.
कहा गया कि ममता बनर्जी को हराना हमारे लिए अहम मुद्दा है. बैठक में बांग्लादेशी घुसपैठिये, रोहिंग्या पर चर्चा की खबर है. वोटर लिस्ट के स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (एसआईआर) पर भी चर्चा की गयी. बता दें कि बिहार एसआईआर का मुद्दा अभी गर्म है.
समिक भट्टाचार्य ने कहा कि हालांकि यह चुनाव आयोग का मामला है. उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में चुनाव पूरी तरह से त्रुटिरहित मतदाता सूची के साथ होंगे. तृणमूल कांग्रेस ने बिहार में वोटर लिस्ट के स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (एसआईआर) के मुद्दे पर संसद में आक्रामक रुख अपना रखा है.
एसआईआर के अलावा बांग्ला भाषा का मुद्दा भी बंगाल में गर्म है.बांग्ला भाषा और अस्मिता का सवाल उठाते हुए तृणमूल कांग्रेस केंद्र सरकार पर आक्रमक है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दिल्ली पुलिस के एक पत्र को आधार बनाकर गृह मंत्रालय और केंद्र सरकार के खिलाफ हल्ला बोला था. ममता ने उस कथित पत्र में बांग्ला भाषा को बांग्लादेश की भाषा बताये जाने का आरोप लगाया था.
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