Ranchi: अनगड़ा की युवती के साथ दुष्कर्म और यौन शोषण करने के आरोपी पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी के सलाहकार सुनील तिवारी ने अपनी जमानत के लिए न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है. सुनील तिवारी द्वारा अपनी अग्रिम जमानत के लिए अपने अधिवक्ता के माध्यम से रांची सिविल कोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका दाखिल की है. याचिका में उन्होंने अपने ऊपर लगे आरोपों को निराधार बताते हुए न्यायालय से अग्रिम जमानत दिये जाने की गुहार लगायी है. इसे भी पढ़ें-
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कालाबाजारी मामला : हाईकोर्ट ने पूछा जांच कहां तक पहुंची? SIT प्रमुख अनिल पालटा ने दी पूरी जानकारी सुनील तिवारी की बढ़ती जा रही हैं मुश्किलें
यौन शोषण और दुष्कर्म के आरोपों से घिरे पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी के सलाहकार सुनील तिवारी की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही हैं. उनके ऊपर लगे आरोपों की जांच कर रहे पदाधिकारी ने इस मामले में जांच की रफ्तार तेज कर दी है. जांच अधिकारी के द्वारा कोर्ट से वारंट प्राप्त कर लिया गया है. अदालत ने सुनील तिवारी के खिलाफ वारंट जारी कर दिया गया है, जिसके बाद उनकी मुश्किलें अब और बढ़ गयी हैं, क्योंकि उनके ऊपर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है. रांची सिविल कोर्ट के अपर आयुक्त विशाल श्रीवास्तव की अदालत से सुनील तिवारी के खिलाफ वारंट जारी हुआ है. इसे भी पढ़ें-
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का हंगामा : एमजीएम अस्पताल में तीन माह का वेतन और कोरोना काल का प्रोत्साहन राशि देने के लिए किया प्रदर्शन युवती के परिजनों ने भी हेवियस कोरपस भी दायर की है
बता दें कि सुनील तिवारी पर उनके यहां काम करने वाली एक युवती ने दुष्कर्म और यौन शोषण समेत कई गंभीर आरोप लगाये हैं और इस मामले में युवती द्वारा अरगोड़ा थाने में कांड संख्या 229/ 2021 दर्ज कराया गया है. इसकी जांच रांची पुलिस कर रही है. प्राथमिकी दर्ज होने के बाद पीड़िता का 164 का बयान भी दर्ज हो चुका है. आये दिन इस प्रकरण में नये मोड़ सामने आ रहे हैं. युवती के परिजनों द्वारा इस मामले में झारखंड हाईकोर्ट में हेवियस कोरपस भी दायर की गयी है. इतना ही नहीं इस प्रकरण के सामने आने के बाद भाजपा के कई नेताओं ने राज्यपाल से मुलाकात की और सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच कई तरह की बयानबाजी भी हुई है. [wpse_comments_template]
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