Shambhu Kumar
Chakradharpur : पश्चिमी सिंहभूम जिला के बंदगांव प्रखंड की कराईकेला थाना क्षेत्र की लांडुपदा गांव में शटडाउन लेकर बिजली ट्रांसफार्मर का फ्यूज बांधने के दौरान करंट की चपेट में आने से घायल हुए बिजली मिस्त्री लोटापहाड़ गांव निवासी श्याम सुंदर रजक की गुरुवार शाम जमशेदपुर की टीएमएच में ईलाज के दौरान मौत हो गई.इससे मृतक श्याम सुंदर रजक के परिजनों व ग्रामीणों में रोष व्याप्त है.इसे लेकर शुक्रवार दोपहर श्याम सुंदर रजक के परिजनों व लोटापहाड़ के ग्रामीणों ने रांची-चाईबासा मुख्य मार्ग (एनएच 75 ई) पर चक्रधरपुर स्थित भारतीय स्टेट बैंक के समीप सड़क जाम कर दी. सड़क के दोनों ओर गाड़ियों की लंबी कतार लग गई. शाम साढ़े चार बजे तक ग्रामीण सड़क जाम कर बैठे हुए थे.
इस दौरान ग्रामीणों ने बिजली विभाग के प्रति जमकर नाराजगी व्यक्त की. ग्रामीणों ने कहा कि बिजली विभाग में कार्यरत शंभू विश्वकर्मा की लापरवाही के कारण ही श्याम सुंदर रजक की मौत हुई है. उसने ही शटडाउन लेने के बावजूद लाइन चालू कर दी थी. जिसकी वजह से श्याम सुंदर रजक की जान चली गई. इसके बावजूद बिजली मिस्त्री शंभू विश्वकर्मा पर किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की गई है. साथ ही बिजली विभाग के किसी भी वरीय अधिकारियों ने मृतक के परिजनों से संपर्क नहीं किया. इससे साफ चलता है कि बिजली विभाग लापरवाही बरत रहा है.
अपनी मागों पर अड़े थे परिजन व ग्रामीण
मृतक श्याम सुंदर रजक के परिजनों व स्थानीय ग्रामीण अपनी मांगों पर अड़े हुए थे.ग्रामीणों की मांग थी कि मृतक के परिवार वालों को 25 लाख रुपए मुआवजे की राशि देने व परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की मांग कर रहे थे.वहीं सड़क जाम करने वालों को समझाने के लिए डीएसपी शिवम प्रकाश व चक्रधरपुर थाना के अधिकारी व जवान पहुंचे थे, लेकिन ग्रामीण अपनी मांग पर अड़े हुए थे.
Lagatar Media की यह खबर आपको कैसी लगी. नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में अपनी राय साझा करें.
Leave a Comment