- चार माह से कर्मियों को नहीं मिला वेतन, प्रोत्साहन राशि देने में की गई अनदेखी
- कंपनियों और RMC के बीच विवाद का रहा है लंबा इतिहास
Ranchi : राजधानी में सफाई का काम कराने वाली कंपनियों के साथ रांची नगर निगम का ट्रैक रिकॉर्ड अच्छा नहीं रहा है. कंपनियों की कार्यशैली से नाराज होकर निगम के सफाई कर्मी कई बार हड़ताल में जा चुके हैं. इससे अक्सर शहर की सफाई व्यवस्था चरमरा जाती है. पहले भी कंपनी ए टू जेड और एस्सेल इंफ़्रा के समय ऐसी घटनाएं कई बार हुईं. अब यही सिलसिला तीसरी कंपनी CDS के साथ भी देखा जा रहा है. जानकारी मिल रही है कि कंपनी के कर्मियों को 4 माह से वेतन नहीं मिला है, जिससे नाराज होकर सभी सफाईकर्मी रविवार दोपहर से हड़ताल पर चले गए हैं. हालांकि निगम के अधिकारी अभी यह कहने से बच रहे हैं, लेकिन सूत्रों ने इस बात को पुख्ता किया है कि कर्मियों के हड़ताल पर जाने से शहर की सफाई व्यवस्था पूरी तरह ठप हो गई है. शहर के प्रमुख मार्गों से लेकर गली-मोहल्ले में कूड़े का उठाव नहीं हुआ है.
19 अप्रैल को हुई बैठक में प्रोत्साहन राशि देने का हुआ था फैसला
बता दें कि रांची नगर निगम स्टैंडिंग कमेटी की बैठक 19 अप्रैल को हुई थी. इसमें निर्णय लिया गया था कि कोरोना काल में शहर की सफाई व्यवस्था को दुरुस्त रखना है, इसलिए सफाई कार्य में लगे सभी कर्मचारियों को दो हजार रुपये प्रोत्साहन राशि दी जायेगी, लेकिन कर्मियों को प्रोत्साहन राशि मिलना तो दूर, अब तक उन्हें वेतन भी नहीं मिला है.
इस संबंध में कंपनी का कहना है कि कंपनी चार माह से शहर में सफाई कार्य कर रही है, लेकिन अब तक हमें एक रुपया भी निगम से नहीं मिला है. इस कारण हम कर्मचारियों को वेतन देने में अक्षम हैं. निगम जल्द से जल्द बकाया राशि का भुगतान करे, ताकि हम कर्मचारियों को वेतन देकर वापस काम पर लौटा सकें.