Ranchi : झारखंड में सक्रिय पशु तस्करों को पुलिस का खौफ नहीं है. तस्कर आये दिन पुलिस की टीम को ही रौंदने का प्रयास करते हैं. झारखंड में इस तरह के कई मामले में सामने आ चुके हैं. खबर तो यह भी है कि झारखंड में पशु तस्करी का धंधा करोड़ों रुपये का है. अधिकतर चेक-नाके इस धंधे में सेट हैं. यहां रिश्वत तय है, जहां से ये तस्कर पशुओं को लेकर आसानी से निकल जाते हैं. जिस चेक-नाके में रिश्वत की राशि नहीं मिलती है या फिर जहां रात्रि गश्त में कोई ईमानदार पुलिस कर्मी की ड्यूटी होती है, वहां ऐसे तस्करों को परेशानी होती है. इसका परिणाम यह होता है कि उस चेक-नाके का अधिकारी जान जोखिम में डालकर ऐसे तस्करों का पीछा करता है या फिर उन्हें घेरने का प्रयास करता है. ऐसी परिस्थितियों में आये दिन इस तरह की घटना, दुर्घटना या हत्या जैसी वारदातें होती हैं.
पशु तस्कर बार-बार पुलिस को रौंदने की करते हैं कोशिश :
- – 16 अक्टूबर 2024 : पशु लदे ट्रक ने गिरिडीह में जीटी रोड पर पुलिस जीप को टक्कर मार दी थी. इस घटना में चालक की मौत हो गयी थी. वहीं दरोगा घायल हो गया था.
- – 07 सितंबर 2024 : पलामू के सदर थाना की पुलिस को पशु तस्करों ने कुचलने की कोशिश की थी. बाद में पुलिस ने किसी तरह तस्करों के वाहन को रोका और पांच तस्करों को गिरफ्तार किया था.
- – 08 सितंबर 2024 : पलामू के नावाबाजार में पशु तस्करों के खिलाफ कार्रवाई हो रही थी. इस दौरान भी तस्करों ने पुलिस को रौंदने का प्रयास किया था.
- – 21 जुलाई 2022 : गुमला के रायडीह में भी पशु तस्करों ने पुलिस को वाहन से कुचलने की कोशिश की थी. पुलिस टीम ने किसी तरह पीछे हटकर अपनी जान बचायी थी.
- – 20 जुलाई 2022 : रांची में पशु तस्करों ने वाहन चेकिंग के दौरान महिला दरोगा को कुचला था. जिसकी मौके पर ही मौत हो गयी थी.