Ranchi : पशु की चोरी करने वाला चोर भाकपा माओवादी का एरिया कमांडर बन गया. हम बात कर रहे हैं गुमला जिले में सक्रिय दो लाख रुपये का इनामी लजीम अंसारी की. लजीम अंसारी मूल रूप से गुमला थाना क्षेत्र लूटो पनसो गांव का रहने वाला है. पिछले छह साल के दौरान लजीम अंसारी ने भाकपा माओवादी संगठन में रहते हुए काफी संपत्ति अर्जित कर ली है.
गाय-बैल की चोरी करता था
माओवादी बनने से पहले लजीम अंसारी अपने क्षेत्र में लूटपाट करता था. वह पशुओं की चोरी करता था. भैंस चोरी के आरोप में खरका के ग्रामीणों ने उसे रंगेहाथ पकड़ा था और उसकी जमकर पिटाई की थी. इसके साथ ही वह भाकपा माओवादी के रीजनल कमांडर बुद्धेश्वर उरांव ( मृत) के दैनिक सामान की आपूर्ति और लेवी का पैसा कलेक्ट करने का काम करता था. जल्द बड़ा आदमी बनने के लालच में आकर वह माओवादी बन गया.
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पत्रकार शैलेश तिवारी की गोली मारकर हत्या कर चर्चा में आया
साल 2015 में खरका गांव के समाजसेवी और वरिष्ठ पत्रकार शैलेश तिवारी की गोली मारकर हत्या कर चर्चा में आया था लजीम अंसारी. शैलेश तिवारी हत्याकांड में पुलिस अनुसंधान में यह बात सामने आई कि माओवादियों ने तीन लाख की सुपारी देकर शैलेश तिवारी की हत्या करायी थी. उसके बाद लजीम अंसारी के दो सहयोगी आजाद अंसारी और नासिर अंसारी को पुलिस ने पकड़ा. फिर वह भागकर संगठन में शामिल हो गया. उसके बाद दर्जनों हत्याकांड में शामिल रहा. संगठन ने उसके कार्य को देखते हुए उसे एरिया कमांडर बना दिया. झारखंड पुलिस अब रीजनल कमांडर बुद्धेश्वर को मार गिराने के बाद अंसारी को टारगेट कर उसका पूरा डिटेल खंगाल रही है.
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