नदी में फेंकने से पहले हत्या, मोबाइल था ऑन
सूत्रों के अनुसार इस हत्या मामले की जांच में मोबाइल अहम कड़ी हो सकता है. अब तक मोबाइल कहां है, इसका पता नहीं है. सूत्रों के अनुसार हत्यारों ने मनसुख हिरेन का मोबाइल वारदात के बाद ऑन रखा था. मोबाइल लोकेशन से पता चला है कि हिरेन का मोबाइल लेकर हत्यारे वसई गये थे. यहीं पर पुलिस को फोन की आखिरी लोकेशन मिली थी. बताया जा रहा है कि अपराधियों ने साढ़े ग्यारह बजे तक फोन ऑन रखा था और उसके बाद पुलिस को भटकाने के लिए इसे बंद कर दिया था. सूत्रों के अनुसार इस बात की भी आशंका है कि नदी में फेंकने से पहले हिरेन की हत्या कर दी गयी थी. इसे भी पढ़ें : पीएम">https://lagatar.in/editors-guild-said-new-digital-media-rules-against-freedom-of-press-government-withdraw/34924/">पीएममोदी कल श्रीमद्भागवत गीता की पांडुलिपि के 11 खंड का लोकार्पण करेंगे
मनसुख की लाश लगभग दस घंटे तक पानी में रही थी
रविवार को आयी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में कहा गया है कि मनसुख की लाश लगभग दस घंटे तक पानी में रही थी. उनके शरीर पर कई जगह चोट के निशान थे. पीठ और आंख के नीचे भी जख्म के निशान दिखे थे. हिरेन के मुंह के अंदर रूमाल ठुसा हुआ मिला था. एटीएस के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार काला चौकी एटीएस ने आईपीसी की धारा 302, 201, 34 और 120(B) के तहत मामला दर्ज करके जांच शुरू की है. इससे साफ है कि संदिग्ध मौत के पीछे हत्या की आशंका जाहिर की गयी है. पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने इस मामले में आरोप लगाये थे, जिसे लेकर गृहमंत्री अनिल देशमुख आज विधानसभा में जवाब दे सकते हैं. इसे भी पढ़ें : एडिटर्स">https://lagatar.in/editors-guild-said-new-digital-media-rules-against-freedom-of-press-government-withdraw/34924/">एडिटर्सगिल्ड ने कहा, नये डिजिटल मीडिया नियम प्रेस की आजादी के खिलाफ, वापस ले सरकार

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