- घंटों भटकने को मजबूर हैं सेना बहाली के अभ्यर्थी
- भारत माता की सेवा करने के लिए आतुर हैं ये युवा
- पिछले 2 सालों से सेना बहाली की तैयारी कर रहे युवा
- घंटों चक्कर काटने के बावजूद कागज पर डॉक्टर का हस्ताक्षर नहीं
ने कहा, बंगाल में बाहरी गुंडों को चुनाव नहीं लड़ने देंगे, योगी बोले, दो मई को टीएमसी की विदाई तय केस स्टडी 1.पलामू जिले से आए पवन कुमार ने कहा कि पिछले 2 सालों से सेना बहाली के लिए तैयारी कर रहा हूं. सोमवार की देर रात रिम्स से कोरोना जांच का रिपोर्ट आया है. बहाली में शामिल होने के लिए मेडिकल सर्टिफिकेट वेरीफिकेशन की जरूरत है. सर्टिफिकेट में सरकारी चिकित्सक का हस्ताक्षर और मुहर अनिवार्य है. बगैर मेडिकल सर्टिफिकेट वेरीफिकेशन के बिना बहाली में शामिल नहीं होने दिया जाएगा, लेकिन पिछले कई घंटों से रिम्स में चक्कर काटने के बावजूद भी मुहर नहीं लगा है. उन्होंने कहा कि आज रात 2 बजे दौड़ में शामिल होने के लिए कतार में खड़ा हो जाना है. अब समझ में नहीं आ रहा है कि कैसे बहाली में शामिल होंगे. 2.कुछ ऐसे ही परेशानी पलामू जिले के रहने वाले अंकित कुमार के साथ भी है. उन्होंने कहा कि पिछले साल कोरोना संक्रमण के कारण सेना की बहाली नहीं हुआ. इस साल सेना का बहाली निकला है. काफी उम्मीद है कि देश सेवा का मौका मिलेगा, लेकिन कागजी प्रक्रिया में घंटों रिम्स का चक्कर काटना पड़ रहा है. एक पेपर में हस्ताक्षर के लिए इधर से उधर भटक रहे हैं, लेकिन कोई सुध लेने वाला नहीं है. 3.सेना बहाली के अभ्यर्थी श्रवण मेहता ने कहा सोमवार सुबह 9 बजे कोविड जांच के लिए लाइन में लगा था. दिन के 11 बजे जांच का पर्ची काटा और शाम 7:30 बजे कोरोना जांच के लिए सैंपल लिया गया है. रात के करीब 12 बजे जांच रिपोर्ट दिया गया है. आज मेडिकल वेरिफिकेशन सर्टिफिकेट में चिकित्सक के हस्ताक्षर और मुहर के लिए घंटों भागदौड़ करना पड़ रहा है, लेकिन काम नहीं हो पा रहा है. चिंता इस बात की है कि 2 साल से सेना बहाली की तैयारी कर रहा हूं. यदि दस्तावेज पूरा नहीं हुआ तो दौड़ में शामिल नहीं होने दिया जाएगा. [caption id="attachment_38187" align="aligncenter" width="600"]
alt="लगातार" width="600" height="400" /> मेडिकल सर्टिफिकेट, जिसके लिए रिम्स का चक्कर काट सेना बहाली के अभ्यर्थी[/caption] इसे भी पढ़ें- सेवा">https://lagatar.in/brp-crp-contract-workers-write-letter-to-chief-minister-demanding-service-condition/38160/">सेवा
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के सवाल पर बोले रिम्स जनसंपर्क अधिकारी, संबंधित चिकित्सक से बात कर निकाला जाएगा हल वहीं इस मामले पर रिम्स के जनसंपर्क अधिकारी डॉ डीके सिन्हा ने कहा कि रिम्स में कोरोना जांच की व्यवस्था है. मेडिकल सर्टिफिकेट वेरिफिकेशन के लिए उन्हें सदर अस्पताल जाना पड़ेगा. हालांकि लगातार.इन">http://lagatar.in">लगातार.इन
संवाददाता के द्वारा यह सवाल किया गया कि कई ऐसे अभ्यर्थी हैं जिनका सर्टिफिकेट वेरीफिकेशन रिम्स के चिकित्सकों ने ही किया है तब डॉ डीके सिन्हा ने कहा कि रिम्स के संबंधित चिकित्सक से बात कर अभ्यर्थियों की परेशानी का हल निकाला जाएगा. इसे भी देखें-
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