New Delhi : भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन फिर चर्चा में हैं. केंद्रीय रेल, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने श्री राजन को सुर्खियों में ला दिया है. अश्विनी वैष्णव ने शनिवार को रघुराम राजन पर हमलावर होते हुए ऐसा राजनीतिज्ञ करार दिया जो पीछे से किसी की ओर से वार करता है. नेशनल खबरों के लिए यहां क्लिक करें
भारत मोबाइल फोन का निर्माण नहीं असेंबल कर रहा है
वैष्णव रघुराम ने राजन के उस कथित बयान को लेकर उन पर हल्ला बोला, जिसमें पूर्व गर्वनर ने कहा था कि भारत प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (पीएलआई) योजना के तहत मोबाइल फोन का निर्माण नहीं कर रहा, केवल उन्हें असेंबल कर रहा है.
रघुराम राजन राजनेता बन गये हैं, वे खुलकर सामने आयें
अश्विनी वैष्णव का कहना था कि जब अच्छे अर्थशास्त्री राजनेता बन जाते हैं, तो उनकी आर्थिक समझ खो जाती है. रघुराम राजन राजनेता बन गये हैं. अब वे खुलकर सामने आयें और चुनाव लड़ें. अब राजन को राजनीतिक गतिविधियों में शिरकत करनी चाहिए. पीछे से वार करना अच्छी बात नहीं है. आरोप लगाया कि वह किसी और की ओर से शैडो-बॉक्सिंग करने की कवायद कर रहे हैं. वैष्णव का इशारा कांग्रेस की ओर था.
अश्विनी वैष्णव के अनुसार भारत अगले दो वर्षों में इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण में 30 प्रतिशत से अधिक बढ़ोतरी हासिल करेगा. इसके अलावा, तीन कंपनियां जल्द ही दुनिया के लिए महत्वपूर्ण मोबाइल फोन कंपोनेंट का निर्माण करने जा रही है.
पीछे से वार करना अच्छी बात नहीं
अश्विनी वैष्णव ने तंज कसते हुए कहा, वह एक बहुत ही निपुण अर्थशास्त्री हैं. पर पीछे से वार करना अच्छी बात नहीं है.. मैं उनसे अर्थशास्त्री बने रहने या राजनेता बनने का अनुरोध करता हूं. जान लें कि कन्याकुमारी से कश्मीर तक चली कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान आरबीआई के पूर्व गवर्नर राजन राजस्थान में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के साथ यात्रा में शामिल हुए थे. राहुल गांधी द्वारा अर्थशास्त्री का लिया गया इंटरव्यू चर्चित हुआ था.