NewDelhi : भारत चुनाव आयोग ने आज शुक्रवार को तीन बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस में जम्मू-कश्मीर और हरियाणा के विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया. मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा, जम्मू-कश्मीर में तीन फेज में चुनाव होंगे. 18, 25 और 1 अक्टूबर को वोट डाले जायेंगे. मतगणना 4 अक्टूबर को होगी. जम्मू-कश्मीर में धारा 370 हटने के बाद ये पहला विधानसभा चुनाव होगा.
VIDEO | “I wrote a few lines, and I want to dedicate to the youth of Jammu and Kashmir. ‘Lambi kataron mein chhupi hai badalte surat-e-haal yani jamhooriyat ki kahani. Roshan ummeedein ab khud karengi goya apni taqdeer-e-bayani… jamhooriyat ke jash mein aapki shirkat duniya… pic.twitter.com/kwIcAg5wTM
— Press Trust of India (@PTI_News) August 16, 2024
जम्मू-कश्मीर में कुल 87.09 लाख मतदाता हैं
जम्मू-कश्मीर में कुल 90 निर्वाचन क्षेत्र हैं जिसमें से 74 जनरल, 9 ST और 7 SC सीट हैं… मतदाताओं की संख्या कुल 87.09 लाख हैं जिसमें 44.46 लाख पुरुष और 42.62 लाख महिला मतदाता होंगे.जम्मू-कश्मीर में युवा मतदाताओं की संख्या 20 लाख है. कहा कि जम्मू-कश्मीर में कुल 11,838 मतदान केंद्र हैं जम्मू-कश्मीर में 90 विधानसभा क्षेत्रों में 42.6 लाख महिलाओं सहित कुल 87.09 लाख मतदाता हैं.
हरियाणा में एक फेज में चुनाव होगा
राजीव कुमार ने कहा, हरियाणा में एक फेज में चुनाव होगा. यहां 1 अक्टूबर को वोट डाले जायेंगे. यहां भी 4 अक्टूबर को होगी. कुल 90 विधानसभा क्षेत्रों में 2.01 करोड़ मतदाता हैं जिनमें 95 लाख महिलाएं शामिल हैं.
राजीव कुमार ने 9 अगस्त को जम्मू-कश्मीर का दौरा किया था
गौरतलब है कि मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बीते 9 अगस्त को ही अपनी टीम के साथ जम्मू-कश्मीर का दौरा किया था. इस दौरान उन्होंने अधिकारियों के साथ बैठक भी की थी. वहीं राजीव कुमार ने विधानसभा चुनाव को लेकर हरियाणा के अधिकारियों के साथ भी मीटिंग की थी.
धारा 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में पहला विधानसभा चुनाव
जम्मू-कश्मीर में आखिरी बार 2014 में 87 सीटों पर पांच चरणों में विधानसभा चुनाव हुआ था. यहां पीडीपी को सबसे ज्यादा 28 सीटें मिली थीं. इसके अलावा बीजेपी को 25, नेशनल कॉन्फ्रेंस को 15 और कांग्रेस को 12 सीटें मिली थीं. तीन सीट निर्दलीय और चार अन्य के खाते में गयी थी. इसके बाद बीजेपी और पीडीपी ने मिलकर यहां सरकार बनायी थी. महबूबा मुफ्ती जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री बनी थीं.
2018 में चुनाव से पहले बीजेपी ने पीडीपी से गठबंधन तोड़ लिया था
लेकिन 2018 में आम चुनाव से पहले बीजेपी ने पीडीपी से गठबंधन तोड़ लिया था. जिसकी वजह से महबूबा मुफ्ती की सरकार गिर गयी थी. इसके बाद 2019 में लोकसभा चुनाव हुआ था. लेकिन परिसीमन का काम पूरा न हो पाने के कारण जम्मू-कश्मीर में लंबे समय तक विधानसभा चुनाव नहीं कराया जा सका था. वहीं अब 10 साल बाद 2024 में यहां विधानसभा चुनाव होगा.
धारा 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में यह पहला विधानसभा चुनाव होगा. बता दें कि मई 2022 के परिसीमन के बाद जम्मू-कश्मीर में विधानसभा सीट बढ़कर 90 हो गयी है. इस तरह जम्मू में 43 और कश्मीर में 47 विधानसभा सीटों पर चुनाव होगा.
हरियाणा में 90 सीटों पर होंगे चुनाव
हरियाणा की बात करें तो यहां भी 90 विधानसभा सीटों पर चुनाव होंगे. . हरियाणा में अभी बीजेपी की सरकार है. पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 40 सीटें जीती थीं और मनोहर लाल खट्टर सीएम बने थे. मनोहर लाल खट्टर के सासंद बनने के बाद नायब सिंह सैनी यहां के सीएम हैं. हरियाणा में वर्तमान में 90 में से तीन सीटें खाली हैं. बीजेपी के 41 विधायक हैं. कांग्रेस के 29, जेजेपी के 10 और INLD और HLP के एक-एक विधायक हैं. सदन में पांच निर्दलीय विधायक हैं.
इन दो राज्यों के अलावा महाराष्ट्र और झारखंड में भी विधानसभा चुनाव होने हैं. महाराष्ट्र में 288 सीटों पर चुनाव होंगे. वर्तमान में यहां बीजेपी-शिवसेना (शिंदे गुट) सरकार है. वहीं झारखंड की बात करें यहां 81 विधानसभा सीटों पर चुनाव होने हैं. यहां जेएमएम-कांग्रेस की सरकार है. चुनाव आयोग महाराष्ट्र और झारखंड में होने वाले विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा बाद में करेगा.