NewDelhi : अडानी की शेल कंपनियों में 20 हजार करोड़ किसके लगे हुए हैं. भाजपा को इसका जवाब देना चाहिए. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर अडानी मामले में भाजपा को कटघरे में खड़ा किया है. इससे पहले दो अप्रैल को भी राहुल ने सोशल मीडिया के जरिए पूछा था 20 हजार करोड़ रुपये किसके हैं. राहुल ने एक वीडियो जारी सवाल पूछा था कि अडानी की शेल कंपनी में किसका पैसा है.
सवाल वही कायम है- अडानी की शेल कंपनियों में ’20 हजार करोड़’ किसके हैं? pic.twitter.com/O4VVjCj3vE
— Congress (@INCIndia) April 4, 2023
ये ‘मित्रकाल’ के विरुद्ध, लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई है।
इस संघर्ष में, सत्य मेरा अस्त्र है, और सत्य ही मेरा आसरा! pic.twitter.com/SYxC8yfc1M
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) April 3, 2023
राहुल गांधी से यह पूछे जाने पर कि भाजपा कह रही है कि आप न्यायपालिका पर दबाव बना रहे हैं, तो पलटवार करते हुए राहुल ने कहा, हर बार आप वही बात क्यों कह रहे हैं, जो भाजपा कह रही है. इसी क्रम में कहा कि भाजपा से पूछा जाना चाहिए कि अडानी की शेल कंपनियों में 20000 करोड़ रुपये किसके हैं.
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राहुल को सूरत के सेशंस कोर्ट से जमानत मिल गयी
बता दें कि मोदी सरनेम को लेकर मानहानि के मामले में राहुल गांधी को सूरत के सेशंस कोर्ट से 3 अप्रैल जमानत मिल गयी है. राहुल को सुनाई गयी दो साल की सजा के खिलाफ दायर याचिका पर 13 अप्रैल को अगली सुनवाई होगी. मोदी सरनेम मामले में सजा सुनाये जाने के 11 दिन बाद उन्होंने सेशंस कोर्ट में याचिका दाखिल की थी. सूरत कोर्ट से जमानत मिलने के बाद भी राहुल ने ट्वीट किया, ये ‘मित्रकाल के विरुद्ध, लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई है. इस संघर्ष में, सत्य मेरा अस्त्र है, और सत्य ही मेरा आसरा.
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अडानी के मुद्दे पर मैं सवाल पूछना बंद नहीं करूंगा
अडानी की बात करें तो राहुल गांधी इस उद्योगपति और पीएम मोदी के रिश्ते को लेकर लगातार हमलावर हैं. हाल ही में राहुल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि अडानी के मुद्दे पर मैं सवाल पूछना बंद नहीं करूंगा. अडानी का नरेंद्र मोदी से क्या रिश्ता है? इन लोगों से मुझे डर नहीं लगता. अगर इनको लगता है कि मेरी सदस्यता रद्द कर, डराकर, धमकाकर, जेल भेजकर मुझे बंद कर सकते हैं. मैं हिन्दुस्तान के लोकतंत्र के लिए लड़ रहा हूं और लड़ता रहूंगा.
जेल की सजा से डरने वाला नहीं हूं
राहुल ने कहा कि मुझे फर्क नहीं पड़ता कि मैं संसद के अंदर हूं या बाहर हूं. मुझे अपनी तपस्या करनी है, मैं उसे करके दिखाऊंगा. ये मुझे मारें, पीटे या जेल में डालें, लेकिन मैं अपनी तपस्या जारी रखूंगा. यह पूरा ड्रामा है जो प्रधानमंत्री को एक साधारण सवाल से बचाने के लिए किया गया है. अडानी की शेल कंपनियों में 20,000 करोड़ रुपये किसके हैं? मैं इन धमकियों, अयोग्यताओं या जेल की सजा से डरने वाला नहीं हूं.
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