Patna : सॉफ्टवेयर इंजीनियर अतुल सुभाष आत्महत्या मामले ने तूल पकड़ लिया है. अतुल सुभाष मूल रूप से समस्तीपुर के पूसा का रहने वाला था. वह यहीं पला-बढ़ा और अपनी पढ़ाई पूरी की. इसके बाद बेंगलुरु में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कंपनी में काम करने लगा. अब अतुल सुभाष के मौत की खबर से पूसा इलाके का माहौल गमगीन हो गया है. अतुल सुभाष के पिता और भाई ने आपबीती बतायी है.
बेटे ने बताया था कि कोर्ट में जज व अन्य लोग लॉ को नहीं मानते थे : पिता पवन कुमार
पीड़ित के पिता पवन कुमार ने बताया कि अतुल सुभाष ने उनसे कहा था कि मध्यस्थता अदालत में जो लोग हैं, वे कानून और सुप्रीम कोर्ट के नियमों के अनुसार काम नहीं करते हैं. आगे कहा कि सुभाष को कम से कम 40 बार बेंगलुरु से जौनपुर जाना पड़ा. अतुल की पत्नी निकिता सिंघानिया एक के बाद एक आरोप लगाती रहती थी. वह निराश जरूर हुआ होगा, लेकिन उसने हमें कभी ऐसा महसूस नहीं होने दिया. आगे कहा कि अचानक, हमें घटना की जानकारी मिली. उसने हमारे छोटे बेटे को रात 1 बजे के आसपास एक मेल भेजा. उन्होंने कहा कि अतुल सुभाष द्वारा अपनी पत्नी और उसके परिवार पर लगाये गये आरोप 100% सच है. हम यह नहीं बता सकते कि हमारा बेटा किस तनाव में रहा होगा.
#WATCH | A 34-year-old deputy general manager of a private firm in Karnataka’s Bengaluru, Atul Subhash died by suicide on Monday, leaving behind a 24-page suicide note accusing his wife, her family members, and a judge of “explicit instigation for suicide, harassment, extortion,… pic.twitter.com/crEa17gs7H
— ANI (@ANI) December 10, 2024
अतुल सुभाष के ससुराल वाले उसे कर रहे थे प्रताड़ित : बजरंग प्रसाद अग्रवाल
पूसा में रहने वाले अतुल सुभाष के चचेरे भाई बजरंग प्रसाद अग्रवाल ने कहा कि अतुल सुभाष का घर पूसा के बेनीबाजार में है. उसने समस्तीपुर से ही अपनी पढ़ाई पूरी की और इंजीनियर बना. उन्होंने बताया कि वह बेंगलुरु में नौकरी कर रहा था. सुसाइड नोट पर पत्नी पर लगाये गये आरोपों पर बजरंग प्रसाद अग्रवाल ने कहा कि सभी परिवार वालों को पता था कि उसके ससुराल वाले उसे प्रताड़ित कर रहे थे. लेकिन यह नहीं पता था कि वह इतना पीड़ित है कि ऐसा कदम उठा लेगा. उन्होंने बताया कि आत्महत्या करने से पहले अतुल सुभाष ने अपने माता-पिता से बातचीत की थी. अतुल के पिता पर चल रहे केस वाले सवाल पर कहा कि पता था कि सुभाष की पत्नी ने परिवार पर दहेड़ उत्पीड़न केस किया गया था और कोर्ट में केस चल रहा है.
#WATCH | Patna, Bihar | Cousin brother of Atul Subhash who committed suicide on the 9th of December in Bengaluru, Karnataka says, "He was an engineer and doing job in Bengaluru…We were aware that he was being tortured by his in-laws but didn't know that he would take such a… https://t.co/4vsupze0RS pic.twitter.com/2QuYGYIF79
— ANI (@ANI) December 11, 2024
अतुल की पत्नी निकिता सिंघानिया समेत चार लोगों के खिलाफ एफआईआर
बता दें कि अतुल सुभाष ने सोमवार को आत्महत्या कर ली थी. उन्होंने 24 पन्नों का एक सुसाइड नोट भी छोड़ा था, जिसमें उन्होंने अपनी पत्नी, उसके परिवार के सदस्यों और एक न्यायाधीश पर “आत्महत्या के लिए स्पष्ट रूप से उकसाने, उत्पीड़न, जबरन वसूली और भ्रष्टाचार” का आरोप लगाया है. इधर अतुल की मौत के बाद अतुल सुभाष के भाई विकास कुमार की शिकायत पर मराठाहल्ली पुलिस ने अतुल की पत्नी निकिता सिंघानिया समेत चार लोगों के खिलाफ धारा 108 और बीएनएस की धारा 3(5) के तहत एफआईआर दर्ज की है. जिन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गयी है, उनमें निकिता सिंघानिया, उनकी मां निशा सिंघानिया, भाई अनुराग सिंघानिया और चाचा सुशील सिंघानिया शामिल है.
पति से बदला लेने के लिए हो रहा कानून का दुरुपयोग, अदालतें सावधानी बरतें
जान लें कि सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई करते हुए अदालतों को दहेज उत्पीड़न मामले में कानून का दुरुपयोग रोकने के लिए सावधानी बरतने को कहा है. कोर्ट ने कहा कि पति के सगे-संबंधियों को फंसाने की प्रवृत्ति को देखते हुए निर्दोष परिवार के सदस्यों को अनावश्यक परेशानी से बचाना जरूरी है. सॉफ्टवेयर इंजीनियर अतुल सुभाष की आत्महत्या के संदर्भ में सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को यह टिप्पणी की है.
इसे भी पढ़ें अतुल सुभाष आत्महत्या मामला : SC ने कहा, पति से बदला लेने को कानून का दुरुपयोग हो रहा, अदालतें सावधानी बरतें