Vienna : भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ऑस्ट्रिया के दौरे पर एक इंटरव्यू में आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान को जमकर लताड़ा. यूरोप को साफ समझाया कि आतंकवाद पूरी दुनिया की समस्या है. खबर है कि इंटरव्यू में एंकर ने इस बात पर एतराज जताया कि उन्होंने(जयशंकर) पाकिस्तान के लिए आतंकवाद का केंद्र बिंदु जैसे शब्द का प्रयोग क्यों किया, तो जयशंकर ने इसका जोरदार जवाब दिया. इससे पहले उन्होंने ऑस्ट्रिया के नेताओं से मुलाकात के क्रम में कहा था कि आतंकवाद का केंद्र भारत के एकदम करीब है. उन्होंने यूरोपीय के नेताओं को समझाया था कि आतंकवाद किस तरह शांति और स्थिरता के लिए बड़ा खतरा है.
I could use much harsher words than epicentre. Considering what has been happening to us, epicenter is a very diplomatic world as this is a country which has attacked our Parliament some yrs ago: EAM in Vienna on his statement that epicentre of terrorism is located close to India pic.twitter.com/IJxYjpKaed
— ANI (@ANI) January 3, 2023
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आप एक राजनयिक हैं इसका मतलब यह नहीं है कि आप सच नहीं बोलेंगे
इंटरव्यू की बात करें तो एंकर ने विदेश मंत्री जयशंकर से पूछा कि आप पहले भी पाकिस्तान को आतंकवाद का केंद्र बिंदु कह चुके हैं. क्या यह शब्द ठीक रहेगा? इस पर उनका जवाब था कि आज भी मैंने वही किया है और मैंने पाकिस्तान शब्द का प्रयोग भी नहीं किया. क्योंकि आप एक राजनयिक हैं इसका मतलब यह नहीं है कि आप सच नहीं बोलेंगे. मैं और कोई कठिन शब्द भी प्रयोग कर सकता था. मेरा यकीन कीजिए. भारत के साथ जो कुछ भी हो रहा है, उसके लिए केंद्र बिंदु बहुत छोटा शब्द है.
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पाकिस्तान सब जानता है
विदेश मंत्री ने कहा कि यह वही देश है जिसने भारत की संसद और मुंबई पर हमला किया. जिसने होटल और पर्यटकों को निशाना बनाया. वह हर दिन घुसपैठ के लिए आतंकियों को भेज रहा है. जयशंकर ने कहा, अगर आप अपनी सीमा को नियंत्रित कर रहे हैं, जहां पर खुले में आतंकी शिविर चल रहे हैं और वह भी सेना की देखरेख में. ऐसे में क्या आप मुझे यह यकीन दिलाना चाहते हैं कि पाकिस्तान को वाकई नहीं मालूम कि वहां क्या हो रहा है. खासतौर पर जब आतंकी सेना के स्तर रणनीति का प्रयोग आतंकवाद की ट्रेनिंग के लिए करते हैं. उन्होंने याद दिलाया कि कभी भी यूरोपीय देशों द्वारा आतंकवाद को कोई विरोध नहीं होता है.
दुनिया को आतंकवाद की चिंता करनी होगी
एंकर ने जब जयशंकर से पूछा क क्या यूरोप को पाकिस्तान-भारत के बीच युद्ध को लेकर घबराना चाहिए? जयशंकर का जवाब था कि इस बात की चिंता करनी होगी कि आतंकवाद जारी है. लेकिन अंतरराष्ट्रीय समुदाय को इस बात की चिंता नहीं है. वह अक्सर मानता है कि यह उसकी समस्या नहीं है क्योंकि यह किसी दूसरे देश के साथ हो रहा है. मुझे लगता है कि दुनिया को आतंकवाद की चिंता करनी होगी और यही सबसे अहम है. बता दें कि इससे पूर्व ऑस्ट्रियाई समकक्ष को जयशंकर ने कहा था कि आतंकवाद अंतरराष्ट्रीय शांति के लिए खतरा है.