Kathmandu : हिमालय के माउंट एवरेस्ट में हिमस्खलन (एवलांच) के दौरान गहरी खाई में गिर जाने से तीन नेपाली शेरपा गाइडों के लापता होने की खबर है. लापता शेरपाओं के नाम थेमवा तेनजिंग शेरपा, लकपा रीता शेरपा और बदुरे शेरपा हैं. नेपाल के अधिकारियों के अनुसार यह घटना कैंप 1 और माउंट एवरेस्ट के बेस कैंप के बीच उस समय हुई, जब शेरपा गाइड रसद ले जा रहे थे.
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25 शेरपाओं की टीम बर्फीली चोटी खुम्बू पर चढ़ाई कर रही थी
काठमांडू पोस्ट न्यूज पेपर ने जानकारी दी है कि 25 शेरपाओं की टीम बुधवार सुबह बर्फीली चोटी खुम्बू पर चढ़ाई कर रही थी. उसी समय 50 मीटर से भी बड़ा विशाल हिमखंड पहाड़ से नीचे गिरा. इसकी चपेट में आने से तीन शेरपा लापता हो गये. काठमांडू पोस्ट ने अपनी रिपोर्ट में हिमालयन रेस्क्यू एसोसिएशन के एवरेस्ट बेस कैंप समन्वयक लक्पा नोरबू शेरपा के हवाले से खबर दी है कि लापता पर्वतारोहियों के जीवित मिलने की संभावना नगण्य है. शेरपा पांच से छह मीटर नीचे दबे हुए हैं.
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हिमस्खलन के जोखिम के कारण तुरंत खोज अभियान चलाना संभव नहीं
हिमस्खलन के जोखिम के कारण तुरंत खोज अभियान चलाना संभव नहीं है. शेरपा एवरेस्ट के सबसे खतरनाक हिस्से खुम्बू आइसफॉल में बर्फ के ढेर के नीचे हैं. पर्यटन विभाग के अधिकारी बिग्यान कोइराला ने जानकारी दी है कि शेरपाओं के रेस्क्यू के लिए एक हेलिकॉप्टर द्वारा क्षेत्र में तीन चक्कर लगाये गये हैं. कहा कि रेस्क्यू टीम रेको डिटेक्टर और हिमस्खलन ट्रांसीवर का इस्तेमाल बर्फ के नीचे दबे लोगों की तलाश करेगी.
5500-5800 मीटर में फैला है खुम्बू आइसफॉल
खुम्बू आइसफॉल 5500 मीटर से 5800 मीटर तक फैला हुआ है. अप्रैल 2015 में माउंट एवरेस्ट पर 7.8 तीव्रता का एक भूकंप आया था, इससे हुए हिमस्खलन के कारण 22 लोगों की मौत हो गयी थी. इससे पहले 18 अप्रैल, 2014 को एक एवलांच में 16 शेरपा गाइड लापता हुए थे. इनमें से 13 शव बरामद किये गये थे.