Ranchi: बाबा रामदेव के द्वारा पिछले दिनों दिए गए विवादित बयान से राज्यभर के चिकित्सकों में नाराजगी है. स्वामी रामदेव ने कहा था कि एलोपैथिक दवाएं खाने से लाखों लोगों की मौत हुई है. उन्होंने एलोपैथी को ‘स्टुपिड और दिवालिया साइंस’ भी कहा था. रामदेव के इस बयान के बाद चिकित्सकों में रोष है. झारखंड के करीब 20 हाजर चिकित्सक 01 जून को काला बिल्ला लगा कर काम करेंगे.
सार्वजिक रूप से माफी मांगें बाबा रामदेव- IMA सचिव
रांची IMA के सचिव डॉ सुधीर कुमार ने कहा कि हमें आयुर्वेदिक पद्धति से विरोध नहीं है. हमारा विरोध स्वामी रामदेव के दिए गए बयान को लेकर है. उन्होंने कहा कि बाबा रामदेव ने सार्वजनिक तौर पर अपना वक्तव्य दिया है और उन्हें सार्वजनिक रूप से माफी मांगना चाहिए. उन्होंने एलोपैथी को लेकर जो बयान दिया है वो विवादस्पद है. इस महामारी की घड़ी में हमारे चिकित्सक समाज ने लोगों की सेवा करते हुए अपनी शहादत दी है.
पूर्व विश्व में डेढ़ लाख से अधिक चिकित्सकों ने अपनी जान गंवाई है. वैसी परिस्थिति में हमारे योगदान को कैसे नकारा जा सकता है. मॉडर्न मेडिसिन की पद्धति से लाखों कोरोना संक्रमित ठीक हुए है. हमें आयुर्वेद और आयुर्वेदाचार्य से किसी तरह की नाराजगी नहीं है. हमारी नाराजगी बाबा रामदेव के वक्तव्य से है. उन्होंने कहा कि राज्यभर के डॉक्टर मंगलवार को काला बिल्ला लगा कर बाबा रामदेव के बयान का विरोध करेंगे.
बाबा रामदेव को ऐसे बयान से बचने की जरूरत- IMA संयुक्त सचिव
वही रांची IMA के संयुक्त सचिव डॉ अजीत कुमार ने कहा कि फेडरेशन ऑफ रेसिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन के आह्वान पर मंगलवार को चिकित्सक काला बिल्ला लगाकर अपना विरोध दर्ज करेंगे. उन्होंने कहा कि बाबा रामदेव को योग को बढ़ाने में ध्यान देना चाहिए. एलोपैथी के बारे में उनका बयान चिकित्सकों को आहत करता है. डॉ अजीत ने कहा कि मैं बाबा के बयान की निंदा करता हूं. उन्होंने स्वामी रामदेव को नसीहत देते हुए कहा कि रामदेव को ऐसे बयान से बचना चाहिए.
लड़ाई एलोपैथी और आयुर्वेद को लेकर नहीं, बल्कि बाबा रामदेव के बयान को लेकर है
वहीं जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ विकास कुमार ने कहा कि एलोपैथी के डॉक्टरों ने कोरोना की इस घड़ी में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है. स्वामी रामदेव के बयान से लोगों में एलोपैथिक को लेकर भ्रम की स्थिति पैदा होगी. हमारी लड़ाई एलोपैथ और आयुर्वेद को लेकर नहीं है. बल्कि बाबा रामदेव के बयान को लेकर है. जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के सभी सदस्य मंगलवार को काला बिल्ला लगाकर अपना विरोध दर्ज करेंगे.