Ranchi : बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी को निशाने पर लिया है. सोशल मीडिया पोस्ट में कहा है कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि इरफान अंसारी जैसे लोगों को रिम्स जैसे प्रतिष्ठित संस्थान की जिम्मेदारी दी गई है. उनकी सांप्रदायिक विचारधारा और फैसले सांस्कृतिक और धार्मिक विभाजन को बढ़ावा दे रहे हैं. ताजा मामला सरस्वती पूजा को लेकर उठाए गए सवालों का है.
जानकारी मिली है कि रिम्स प्रशासन ने रिम्स के डाक्टरों, छात्रों एवं वहाँ के जनभावना का सम्मान करते हुए सरस्वती पूजा का आयोजन नहीं करने देने का अपना तुगलकी आदेश अब वापस ले लिया है।अब वहाँ पहले से चली आ रही परम्परा का निर्वहन करते हुए विधिवत सरस्वती पूजा का आयोजन होगा।
शासन का यह… https://t.co/awOzdMMis7— Babulal Marandi (@yourBabulal) January 26, 2025
सरस्वती पूजा कोई साधारण धार्मिक अनुष्ठान नहीं
पोस्ट में आगे लिखा है कि सरस्वती पूजा कोई साधारण धार्मिक अनुष्ठान नहीं है, यह हमारी शिक्षा, ज्ञान और संस्कृति की आत्मा है. यह वह परंपरा है जो पीढ़ियों से हमारे समाज को एक सूत्र में पिरोती आयी है. लेकिन आज इसे रोकने की कोशिशें हो रही हैं. सवाल यह है कि अगर आज सरस्वती पूजा पर आपत्ति की जा रही है, तो क्या कल हमारी संस्कृति और देवी-देवताओं के अस्तित्व पर भी सवाल उठाए जाएंगे? मुख्यमंत्री से अनुरोध है कि वे इस बेहद संवेदनशील मामले का खुद से संज्ञान लें.
रिम्स प्रशासन ने तुगलकी आदेश वापस ले लिया
हालांकि बाद में रिम्स प्रशासन द्वारा पूजा की परमिशन मिलने की जानकारी मिलने पर एक अन्य पोस्ट में लिखा, रिम्स प्रशासन ने रिम्स के डाक्टरों, छात्रों एवं वहाँ के जनभावना का सम्मान करते हुए सरस्वती पूजा का आयोजन नहीं करने देने का अपना तुगलकी आदेश अब वापस ले लिया है. अब वहाँ पहले से चली आ रही परम्परा का निर्वहन करते हुए विधिवत सरस्वती पूजा का आयोजन होगा. शासन का यह कदम स्वागत योग्य है.
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