alt="" width="300" height="200" /> बहरागोड़ा में धान काटने के लिए लाई गई मशीन.[/caption] इसे भी पढ़ें : केयू">https://lagatar.in/ku-in-lbsm-college-the-non-teaching-staff-will-be-reinstated-on-22-vacant-posts-in-class-iii-and-16-in-class-iv/">केयू
: एलबीएसएम कॉलेज में शिक्षकेत्तर कर्मचारी के तृतीय वर्ग में 22 व चतुर्थ वर्ग में 16 रिक्त पदों पर होगी बहाली कहीं-कहीं कई किसानों ने मशीन से धान की कटनी शुरू कराई थी, परंतु भारी बारिश के कारण खेत पानी से भर गए हैं और मशीनें खड़ीं हैं. संबंधित किसानों का कहना है कि भारी बारिश से धान की फसल को भारी नुकसान हो रहा है. बारिश लगातार हो रही है. इससे क्षेत्र के किसान काफी चिंतित हैं. बारिश थमने के बाद ही धान के कटनी संभव हो पाएगी. किसानों का कहना है कि बारिश के कारण क्षेत्र में धान की बालियों से अब अंकुर भी निकलने लगे हैं. धूप निकले बगैर धान की कटनी संभव नहीं है. [wpse_comments_template]
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