Bahragora : बहरागोड़ा प्रखंड की राजलाबांध पंचायत में सुवर्णरेखा परियोजना की नहर से सटे जंगल में कई बार आग लगने से काजू समेत अन्य प्रजाति के हजारों पेड़ और पौधे जल गए हैं. तीन दिन पूर्व असामाजिक तत्व द्वारा लगाए गए आग से काजू के बड़े-बड़े पेड़ भी झुलस गए हैं. ज्ञात हो कि इन दिनों काजू के पेड़ों पर फूल और फल निकलना शुरू हो गया है. काजू पेड़ों के आग से झुलस जाने के कारण काजू का उत्पादन नहीं होगा.
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बड़े पैमाने पर हो रही है वृक्षों की कटाई
आग से अनेक छोटे-मोटे वन्य प्राणी झुलस कर मर गए हैं. जानकारी के मुताबिक इस इलाके में 2 साल पूर्व विभिन्न प्रजाति के पौधों का रोपण हुआ था. आश्चर्य की बात है कि अब जंगल में स्वत: आग नहीं लग रही है. असामाजिक तत्वों या फिर जंगल से लकड़ी काटने वाले लोग जंगल में आग लगा दे रहे हैं. ताकि छोटे-मोटे पेड़ पौधे जल जाए और उसकी लकड़ी काटकर ले जा सकें. इस इलाके के जंगलों में बड़े पैमाने पर वृक्षों की कटाई हो रही है. दिनदहाड़े दर्जनों लोग काटी गई लकड़ियों को ले जा रहे हैं.
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