Ranchi : पलामू जिले के सतबरवा थाना क्षेत्र के बकोरिया में 8 जून 2015 को कथित पुलिस -नक्सली मुठभेड़ हुई थी. इस मुठभेड़ मामले की जांच सीबीआई कर रही है. जांच के लिए सीबीआई की एक टीम गुरुवार को पलामू पहुंची. सीबीआई की टीम यहां कई लोगों का बयान दर्ज करेगी. जानकारी के मुताबिक, सीबीआई इस मामले में जल्द ही चार्जशीट दाखिल करेगी. सीबीआई की टीम अब तक मामले में झारखंड के तत्कालीन डीजीपी, आईजी, डीआइजी, एसपी, मीडिया समेत 400 से भी अधिक लोगों के बयान दर्ज कर चुकी है.
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वीडियो फोटो का हो रहा अनुसंधान
जानकारी के मुताबिक सीबीआई पुलिस और सुरक्षा से जुड़े कई अधिकारियों के खिलाफ भी चार्जशीट दाखिल करेगी. 8 जून 2015 को भलूवही घाटी में मारे गए सभी 12 लोगों के शवों का वीडियो फोटो वायरल हुआ था. उस दौरान सीआरपीएफ समेत अन्य जवानों ने शवों की वास्तविक स्थिति का फोटो खींचा था. सीबीआई ने सीआरपीएफ और अन्य जवानों के मोबाइल से सारे फोटो रिकवर कर लिए हैं और उसकी जांच हो रही है.
झारखंड हाइकोर्ट के आदेश के बाद CBI ने दर्ज की थी प्राथमिकी
पलामू के सतबरवा थाना क्षेत्र बकोरिया में आठ जून 2015 को कथित पुलिस-नक्सली मुठभेड़ के मामले में CBI दिल्ली ने प्राथमिकी दर्ज की थी. यह प्राथमिकी झारखंड हाइकोर्ट के 22 अक्टूबर 2018 को दिए आदेश पर दर्ज की गयी थी. इस घटना में पुलिस ने 12 लोगों को मुठभेड़ में मारने का दावा किया था. मृतकों के परिजनों ने इसे फर्जी मुठभेड़ बताते हुए हाइकोर्ट में CID की जांच पर सवाल उठाते हुए CBI जांच की मांग की थी. CBI ने पलामू के सदर थाना कांड संख्या 349/2015, दिनांक 09 जून 2015 के केस को टेकओवर करते हुए प्राथमिकी दर्ज की थी.
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