Dhaka : बांग्लादेश की एक अदालत ने आज बुधवार को इस्कॉन के पूर्व नेता चिन्मय कृष्ण दास को राजद्रोह के मामले में ज़मानत दे दी. ढाका में चिन्मय कृष्ण दास के वकील अपूर्व कुमार भट्टाचार्य ने कहा कि सात महीने बीत जाने के बाद भी अदालत को कोई ख़ास सबूत नहीं मिला.
#WATCH | A Bangladesh court today granted bail to former ISKCON leader Chinmoy Krishna Das in a sedition case.
In Dhaka, Chinmoy Krishna Das’ advocate Apurba Kumar Bhattacharjee says, “…After 7 months, the court finds no specific evidence and today we produced all kinds of… pic.twitter.com/DhcJbPzCOv
— ANI (@ANI) April 30, 2025
A Bangladesh court today granted bail to former ISKCON leader Chinmoy Krishna Das in a sedition case, reports The Daily Star, Bangladesh. pic.twitter.com/idIbgdnMTd
— ANI (@ANI) April 30, 2025
आज हमने उनके पक्ष में सभी तरह के दस्तावेज़ पेश किये. इस रक अदालत ने उन्हें ज़मानत दे दी. श्री भट्टाचार्य ने उम्मीद जताई कि एक हफ़्ते के भीतर उन्हें रिहा कर दिया जायेगा.
साथ ही उन्होंने कहा कि ऐसा कोई प्रावधान नहीं है, लेकिन मुझे लगता है कि सरकार स्थगन की कोशिश करेगी और वे सुप्रीम कोर्ट जा सकते हैं.
बता दें कि बांग्लादेश में इस्कॉन के संत चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी को देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. सत्ता परिवर्तन (शेख हसीना सरकार का पतन) के बाद से वहां के अल्पसंख्यक हिंदुओं पर हुई हिंसा के खिलाफ चिन्मय ने आवाज उठाई थी, लेकिन बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने चिन्मय कृष्ण दास को गिरफ्तार कर लिया.
इसके बाद उनके अनुयायी सड़क पर उतर आये थे बता दें कि भारत ने भी उनकी गिरफ्तारी को लेकर बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के लिए चिंता व्यक्त की थी.
चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी का नाम चंदन कुमार धर है, वह सनातन जागरण मंच के प्रवक्ता और चटगांव इस्कॉन के नेता हैं. 37 साल के चिन्मय कृष्ण चटगांव के सतकानिया उप जिला के निवासी हैं. वे अपने धार्मिक भाषणों के लिए जाने जाते हैं.
मामला यह है कि 5 अगस्त 2024 को बांग्लादेश में जारी हिंसा के बीच प्रधानमंत्री शेख हसीना देश छोड़ कर भारत आ गयी. वहां सत्ता परिवर्तन होने के साथ बड़े पैमाने पर हिंदू घरों और मंदिरों में हमले और तोड़फोड़ की यी इसके जवाब में यह मंच शुरू किया गया.
चिन्मय दास इसके प्रवक्ता नियुक्त किये गये. बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हो रही हिंसा को लेकर इस मंच के द्वारा हिंदुओं की आवाज उठायी गयी. चिन्मय के नेतृत्व में सनातन जागरण मंच ने चटगांव और रंगपुर में बड़ी रैलियां आयोजित कीं.
25 अक्तूबर को चिन्मय और 18 अन्य लोगों पर चटगांव के न्यू मार्केट चौराहे पर बांग्लादेश के राष्ट्रीय ध्वज के ऊपर भगवा झंडा फहराने का आरोप लगा. इस आरोप में 30 अक्तूबर को चिन्मय और 18 अन्य लोगों के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किया गया और उनकी गिरफ्तारी की गयी.
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