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बांग्लादेश ने भारत-पाक को पीछे छोड़ दिया! दिग्विजय सिंह ने दी पीएम मोदी को पड़ोसी से सीख लेने की नसीहत

NewDelhi : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने पीएम मोदी को अपने पड़ोसी देश बांग्लादेश से सीख लेने की सलाह दी है. कहा है कि मोदी सरकार फिजूलखर्ची बंद करे, मजदूरों को काम दे. दिग्विजय सिंह ने यह सलाह संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के संदर्भ में दी है.  बता दें कि संयुक्त राष्ट्र के 193 सदस्य देशों की ओर से 2015 में 2030 एजेंडा के रूप में अपनाये गये 17 सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) पर पिछले साल की तुलना में दो पायदान फिसलकर भारत 117 वे स्थान पर आ गया है.

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प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा

इसे लेकर दिग्विजय सिंह ने ट्वीट करते हुए प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा और उन्हें बांग्लादेश से सीख लेने की नसीहत दी.  श्री सिंह ने लिखा, India and Pakistan Are Now Poorer Than Bangladesh – Bloomberg. मोदी जी अपने पड़ोसी से कुछ शिक्षा लो. फिजूलखर्ची बंद करो मजदूरों को काम दो और सोशल सेक्टरों (सोशल मीडिया नहीं) शिक्षा व स्वास्थ्य सेवाओं पर अधिक खर्च करो.

हालांकि उनके इस ट्वीट पर कुछ यूजर्स उन्हें ट्रोल कर रहे हैं. एक यूजर ने लिखा, आदरणीय राजा साहब मध्य प्रदेश के स्कूल अतिथि शिक्षकों का भविष्य सुरक्षित करवाने की कृपा करें धन्यवाद. एक अन्य यूजर ने लिखा, बिल्कुल सही हिंदुस्तान पाकिस्तान के हालात कुछ ऐसे बदले, नीति और नीयत ऐसी बदली, दोनों देश बहुत पीछे चले गये. जब आगे बढ़ने का लक्ष्य ना हो, सोच ही प्रतिगामी हो तो तरक्की कैसे होगी.

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बांग्लादेश इतना पसंद है तो वहीं चले जाइए ना

एक यूजर ने लिखा शिक्षा और समझदारी तो वह प्राप्त करते हैं जिनके पास बुद्धि और सोचने समझने की शक्ति हो.  अनपढ़ ढोंगी और झूठ बोलने वालों के पास तो सिर्फ नफरत षड्यंत्र दगाबाजी ही मिलती है. प्रकाश नाम के एक यूजर ने लिखाआप को बांग्लादेश इतना पसंद है तो वहीं चले जाइए ना. वैसे भी यहा आप का कोई काम नहीं है. बता दें भारत में पर्यावरण की स्थिति रिपोर्ट 2021 में सामने आयी कि पिछले साल भारत का स्थान 115 था और अब वह दो स्थान और नीचे चला गया है.

ऐसा मुख्यत: इसलिए हुआ है कि भुखमरी समाप्त करने और खाद्य सुरक्षा हासिल करने (एसडीजी2), लैंगिक समानता हासिल करने (एसडीजी पांच) और लचीली अवसंरचना का निर्माण, समावेशी एवं सतत औद्योगिकीकरण तथा नवोन्मेष को बढ़ावा देना (एसडीजी नौ) जैसी बड़ी चुनौतियां अब भी देश के सामने हैं.

इसमें बताया गया कि भारत का स्थान चार दक्षिण एशियाई देशों – भूटान, नेपाल, श्रीलंका और बांग्लादेश से नीचे है. भारत का कुल एसडीजी स्कोर 100 में से 61.9 है. राज्यवार तैयारियों के बारे में विस्तार से बताते हुए  रिपोर्ट में कहा गया कि झारखंड और बिहार 2030 तक सतत विकास लक्ष्यों को पूरा करने के लिए सबसे कम तैयार हैं. झारखंड पांच लक्ष्यों में पीछे है जबकि बिहार सात में.

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