Banka : बांका जिले में दो शिक्षिकाएं ई-शिक्षा कोष मोबाइल ऐप का दुरुपयोग कर फर्जी हाजिरी लगाते पकड़ी गयी हैं. डीपीओ स्थापना ने दोनों शिक्षिकाओं को कारण बताओ नोटिस जारी कर तीन दिनों के भीतर साक्ष्य सहित जवाब देने का निर्देश दिया है. विभाग के अनुसार, दोषी पाए जाने पर उनके खिलाफ निलंबन, वेतन रोक और अनुशासनात्मक कार्रवाई की जायेगी. इसे भी पढ़ें : खूंटी">https://lagatar.in/khunti-54-lakh-paid-to-dead-teacher-clerk-suspended-investigation-against-deo-underway/">खूंटी
: मृत शिक्षक के खाते में 54 लाख का अवैध भुगतान, लिपिक सस्पेंड, जांच के घेरे में DEO जांच में खुलासा, स्कूल आए बिना लगाती थीं हाजिरी शिक्षा विभाग की जांच में यह खुलासा हुआ है कि बेलहर प्रखंड के प्रोन्नत मध्य विद्यालय कुराबा की प्रियम मधु और बाराहाट प्रखंड के उत्क्रमित उच्च विद्यालय महुआ की संध्या कुमारी स्कूल आए बिना ऐप के माध्यम से फर्जी हाजिरी लगा रही थीं. जांच में यह भी पाया गया कि वे स्कूल से बाहर की लोकेशन से फोटो अपलोड कर रही थीं, जो ऐप के नियमों के खिलाफ है. संध्या कुमारी की 15 मई की उपस्थिति में ‘इन’ और ‘आउट’ टाइम के लिए अलग-अलग फोटो अपलोड किये गये हैं, जो संदेहास्पद हैं. वहीं प्रियम मधु की 13 से 20 मई तक की उपस्थिति संदेह के घेरे में है. जांच से पता चला है कि वह इन तारीखों में बांका जिले की सीमा से बाहर थीं, इसके बावजूद ऐप के जरिये उपस्थिति दर्ज कर रही थीं. इसे भी पढ़ें : सासाराम">https://lagatar.in/sasaram-cbi-arrested-the-principal-of-kendriya-vidyalaya-for-taking-bribe/">सासाराम
: CBI ने केंद्रीय विद्यालय के प्रिंसिपल को रिश्वत लेते किया गिरफ्तार ई-शिक्षा कोष ऐप की विश्वसनीयता पर सवाल बिहार सरकार ने स्कूलों में शिक्षकों की नियमितता सुनिश्चित करने के लिए ई-शिक्षा कोष मोबाइल ऐप लागू किया था. इसका उद्देश्य शिक्षकों की उपस्थिति की निगरानी करना और शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर बनाना था. सूत्रों के मुताबिक, कुछ शिक्षक लोकेशन स्पूफिंग ऐप्स और फोटो एडिटिंग टूल्स का इस्तेमाल कर विभाग को गुमराह कर रहे हैं. यह न सिर्फ प्रशासन को धोखा देने का मामला है, बल्कि बच्चों की पढ़ाई और सरकारी संसाधनों का भी घोर दुरुपयोग है. विशेष निगरानी सेल सक्रिय डीपीओ स्थापना ने जानकारी दी कि मुख्यालय स्तर पर एक विशेष निगरानी सेल का गठन किया गया है, जो शिक्षकों की डिजिटल उपस्थिति को मैनुअल रिकॉर्ड से मिलाकर जांच कर रही है. वर्तमान में जिले के एक दर्जन से अधिक शिक्षकों की संदिग्ध उपस्थिति की जांच चल रही है. इसे भी पढ़ें : सुधा">https://lagatar.in/sudha-dairy-increased-the-price-of-milk-know-the-new-rates/">सुधा
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बांका : फर्जी हाजिरी लगाते पकड़ी गयीं दो शिक्षिकाएं, कारण बताओ नोटिस जारी
