Chaibasa : बैंकिग सुधार संशोधन बिल के खिलाफ शुक्रवार को दूसरे दिन भी बैंक कर्मियों की हड़ताल जारी रही. यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन के बैनर तले सभी बैंकों के कर्मी हड़ताल में शामिल रहे. बैंकों का करोबार दूसरे दिन भी ठप रहा. यूनियन का दावा है कि एटीएम में पैसे नहीं होने से कारोबार और निकासी नहीं हुई. इस कारण लगभग दो सौ करोड़ रुपए का कारोबार नहीं हो पाया. यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन के जिला संयोजक अखिलेश्वर उपाध्याय ने बताया कि उनका विरोध बैंकों के निजीकरण के लिए सरकार शीत कालीन सत्र में बैंकिंग कानून संशोधन बिल लाने वाली है, उसी के खिलाफ है. उन्होंने कहा कि यदि सरकार इस बिल को सदन में पेश करती है तो सभी कर्मचारी हड़ताल पर चले जाएंगे. सरकार का यह बिल जन विरोधी है. इसे भी पढ़ें : शेयर">https://lagatar.in/selling-in-the-stock-market-sensex-opened-with-a-loss-of-246-points-titans-shares-fell-3-point-54-percent/">शेयर
बाजार में बिकवाली, सेंसेक्स 246 अंक टूटकर खुला, टाइटन के शेयर 3.54 फीसदी लुढ़के इस कारण हम सभी 12 ट्रेड यूनियन और वर्ल्ड फेडरेशन ऑफ बैंक यूनियन का हम सभी को समर्थन प्राप्त है. हड़ताल में शहर के ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित बैंक कर्मियों ने हड़ताल में उपस्थिति दर्ज कराई. बैंकों के प्रतिनिधि यूनियन बैंक, एसबीआई, बैंक ऑफ इंडिया, सेन्ट्रल बैंक ऑफ बड़ौदा के ग्रामीण बैंक के प्रतिनिधि शामिल थे. इसमें लक्ष्मी कर्मा, डीबर हेम्ब्रम, राजू प्रसाद, दिलीप कुमार, वीभा कुजूर, बिरसा बोदरा, संजय प्रसाद, ईश्वर लाल, शक्ति महतो सहित बड़ी संख्या में विभिन्न बैंकों से जुड़े प्रतिनिधि उपस्थित थे. [wpse_comments_template]
चाईबासा में दूसरे दिन भी बैंकों में हड़ताल, 200 करोड़ का कारोबार प्रभावित

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