Jamshedpur: सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का निजीकरण किए जाने तथा बैंकिंग कानून (संशोधन) विधेयक के विरोध में कल से दो दिन बैंकों में हड़ताल रहेगी. जिसके कारण 16 एवं 17 दिसंबर को जमशेदपुर में बैंक बंद रहेंगे. हड़ताल की पूर्व संध्या पर बुधवार को यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन के बैनर तले बैंककर्मियों ने बिष्टुपुर पोस्टल पार्क में जुलूस निकालकर प्रदर्शन किया. इस दौरान केन्द्र सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
निजीकरण एवं बैंकिंग कानून में संशोधन के खिलाफ लंबे समय से आंदोलन
यूएफबीयू की जमशेदपुर चैप्टर के संयोजक आऱके रजक ने बताया कि देशव्यापी हड़ताल के तहत जमशेदपुर में भी दो दिन सारे बैंक बंद रहेंगे. इस दौरान सारे बैंककर्मी कोई-काम नहीं करेंगे. कल बिष्टुपुर में इकट्ठा होकर विरोध जताएंगे. केन्द्र सरकार की बैंकों के निजीकरण एवं बैंकिंग कानून में संशोधन के खिलाफ काफी लंबे समय से आंदोलन किया जा रहा है. इस दौरान कई दौर की वार्ता हुई. लेकिन संतोषजनक हल नहीं निकल सका. जिसके कारण बैंककर्मी आंदोलन पर जाने को विवश हुए. जानकारी हो कि 2 दिसंबर से 15 दिसंबर तक यूएफबीयू की जमशेदपुर चैप्टर से जुड़े बैंककर्मियों ने अलग-अलग जगहों पर प्रदर्शन किया तथा धरना दिया. लेकिन सरकार के स्तर से हड़ताल वापस लेने की कोई सकारात्मक पहल नहीं की गई. प्रदर्शन का नेतृत्व यूएफबीयू के संयोजक रिंटु रजक ने किया. मौके पर डी.एन.सिह, हीरा अरकने, आर बी सहाय, सपन अदख, सुजीत घोष,सुब्रतो घोष, गौतम घोष, हीरालाल शर्मा, कॉम आशीष दत्ता, जीतिश, रितेश सिंह सहित अन्य मौजूद थे.
बैंक हड़ताल का सीटू का समर्थन, आम जनता से मांगा समर्थन
निजीकरण एवं प्रस्तावित बैंकिंग कानून (संशोधन) विधेयक के खिलाफ 16-17 दिसंबर को होने वाली देशव्यापी हड़ताल का भारतीय ट्रेड यूनियन केन्द्र (सीटू) की कोल्हान कमिटी समर्थन दिया है. सीटू का मानना है कि प्रस्तावित विधेयक में कारपोरेट्स द्वारा जनता की बचत का लूट का मार्ग प्रशस्त करेगा. सीटू के कोल्हान अध्यक्ष केके त्रिपाठी ने कहा कि बैंक कर्मचारी पिछले तीन दशक से सार्वजनिक बैंकिंग क्षेत्र की स्थिति को कमजोर करने की दिशा में सरकार के कदम के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं. लेकिन सरकार मानने को तैयार नहीं है. उन्होने सरकार से आग्रह किया कि प्रस्तावित बैंकिंग सुधार विधेयक को स्थगित करें.