- स्वास्थ्य मंत्री के आप्त सचिव ओम प्रकाश सिंह ने की प्रेस कांफ्रेंस
Ranchi : स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता और विधायक सरयू राय के बीच जुबानी जंग अब दस्तावेज की जंग बनती जा रही है. कोरोना काल में राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता और उनके सहयोगी द्वारा प्रोत्साहन राशि लिये जाने के मामले में अब एक नयी बात सामने आयी है. स्वास्थ्य मंत्री के आप्त सचिव ओम प्रकाश सिंह ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा है कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा डोरंडा थाना में एक प्राथमिकी दर्ज करायी थी, जिसमें कोरोना प्रोत्साहन राशि भुगतान से संबंधित विभागीय गोपनीय दस्तावेज की चोरी कर उसे सार्वजनिक करने के मामले में विधायक सरयू राय को अभियुक्त बनाया गया था. जिसका कांड सं० 105 / 2022 है.
सरयू राय का नाम व्हाइटनर लगा कर मिटा दिया गया
सचिव ओम प्रकाश सिंह ने आरोप लगाया है कि उस एफआईआर से सरयू राय का नाम मुख्य अभियुक्त से व्हाइटनर लगा कर मिटा दिया गया और अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया. लेकिन स्वास्थ्य विभाग की आपत्ति के बाद रांची सिविल कोर्ट ने सरयू राय का नाम फिर से अभियुक्त के तौर पर जोड़ने का आदेश दिया है. आप्त सचिव ने कहा कि वे जानना चाहते हैं कि प्रोत्साहन राशि भुगतान संबंधित मामला में आखिर वह कौन अदृश्य ताकत है, जो कोर्ट में प्रस्तुत होने के बाद भी प्राथमिकी से व्हाइटनर लगाकर दस्तावेजों के साथ छेड़खानी कर विधायक सरयू राय को बचाना चाहता है.
डीजीपी से जांच कराने व कार्रवाई की मांग की
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के आप्त सचिव ने राज्य के डीजीपी से थाना प्रभारी डोरंडा और अनुसंधान अधिकारी की संलिप्तता की जांच कर कार्रवाई करने की मांग की है. बताया गया कि पहले यह प्रेस वार्ता खुद स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता करने वाले थे, लेकिन अंतिम समय में उनके आप्त सचिव ने प्रेस वार्ता की.
मामला अभी कोर्ट में है- सरयू राय
इधर, इस मामले में विधायक सरयू राय से पूछने पर उन्होंने कहा कि उन्हें ये जानकारी शुभम संदेश के माध्यम से ही मिली है. किसी अन्य स्रोत से उन्हें इसकी कोई जानकारी नहीं मिली है. फिर भी वे इसे देखेंगे. मामला अभी कोर्ट में है.
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