कार्यक्रम में बसंत सोरेन ने कहा अभी डीडीसी ने बताया 1922 में हिजला मेला के मुख्य द्वार का निर्माण किया गया था. उसके बाद से अब तक यहां किसी भी तरह का कोई कार्य नहीं किया गया है. कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है. अब तक किसी भी जनप्रतिनिधि का इस पर ध्यान नहीं गया. हिजला पहाड़ का भी सृष्टि पहाड़ के जैसा सुंदरीकरण किया जा सकता था. इसे भी पढ़ें- सुब्रमण्यम">https://lagatar.in/subramanian-swamys-advice-to-the-modi-government-if-china-does-not-vacate-the-space-then-india-should-fight-with-it/">सुब्रमण्यम
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हिजला पहाड़ प्रकृति की देन है
कहा कि हिजला पहाड़ प्रकृति की देन है. बसंत सोरेन ने कहा दुमका अब तक नाम का उपराजधानी था. लेकिन इसे उपराजधानी बना कर रहूंगा. यहां सारी सुविधाएं बहाल करूंगा. उन्होंने कहा कि दुमका को उसका हक मिलेगा. इसके लिए लगातार प्रयास करते रहेंगे. बिजली और पानी जैसी बुनियादी सुविधाएं यहां के लोगों को दिलाकर रहेंगे. इसे भी पढ़ें- पाकिस्तानी">https://lagatar.in/pakistani-terrorist-organization-jaish-e-mohammed-holds-meeting-with-taliban-leaders-indian-security-agencies-alert/">पाकिस्तानीआतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने तालिबानी नेताओं से की मीटिंग, भारतीय सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट [wpse_comments_template]
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