Ranchi : गुरूजी के छोटे पुत्र व मंत्री बसंत सोरेन अपने बड़े भाई हेमंत सोरेन से मिलने होटवार जेल पहुंचे. इस दौरान पार्टी महासचिव विनोद पांडेय भी मौजूद थे. जानकारी के अनुसार, हेमंत और बसंत के बीच झामुमो के प्रत्याशी घोषित होने के बाद उभरी नाराजगी, चुनावी रणनीति, 21 अप्रैल को आयोजित न्याय उलगुलान महारैली, इंडिया गठबंधन के बीच चुनावी रणनीति और सीटों के बंटवारे को लेकर उपज रही विवाद पर चर्चा हुई. यहां बता दें कि पिछली दफा जब बसंत बड़े भाई हेमंत से मिले थे तो दो सीटों पर प्रत्याशी की घोषणा हुई थी.
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चुनावी रणनीति और प्रत्याशी चयन में चल रही है हेमंत की मर्जी
जानकारी के अनुसार, चाहे इंडिया गठबंधन की चुनावी रणनीति हो या फिर झामुमो के प्रत्याशी का चयन. इन सभी मामलों पर हेमंत सोरेन की मर्जी चल रही है. एक-एक निर्णय हेमंत से सलाह मशविरा करके लिया जा रहा है. खबर है कि 21 की न्याय उलगुलान महारैली की घोषणा भी हेमंत सोरेन के निर्देश पर ही हुआ है. यानि कि हेमंत सोरेन जेल में रहने के बावजूद पार्टी-संगठन और सरकार में पूरी तरह से नजर बनाए हुए हैं. हेमंत की सलाह के बिना कोई भी निर्णय नहीं लिया जा रहा है.
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