Ravi Bharti
Ranchi : एनडीए फोल्डर में सीट शेयरिंग से पहले ही एक्शन, इमोशन और ड्रामा से भरपूर पिक्चर देखने को मिल रहा है. राजनीतिक गलियारों में कयासों का बाजार गर्म है. समीकरण पर समीकरण सेट किये जा रहे हैं. किसका पत्ता कटेगा, किसको टिकट मिलेगा, इसकी चर्चा में ही दिन गुजर रहा है. अब तक एनडीए ने सीट शेयरिंग की अधिकारिक घोषणा नहीं की है. कयासों और सोशल मीडिया पर ही वायरल हो रही एनडीए प्रत्याशियों, खासकर भाजपा प्रत्याशियों की सूची के आधार पर ही टिकट के दावेदारों के बीच एक्शन, इमोशन और ड्रामा देखने को मिल रहा है. कहीं गठबंधन की सहयोगी पार्टी के खिलाफ मोर्चा खुल गया है, तो कहीं भाजपा के नेता-कार्यकर्ता आपस में ही गुत्थम-गुत्था हो रहे हैं.
ईचागढ़ के भाजपाई कर रहे आजसू का विरोध
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही सीट शेयरिंग व प्रत्याशियों के नाम को ही सही मानकर अनुशासन के लिए जानी जानेवाली भाजपा के कार्यकर्ता बिदक गये हैं. ईचागढ़ सीट को भाजपा का गढ़ बताते हुए नेता-कार्यकर्ता यह सीट आजसू के खाते में जाने की वायरल सूचना के आधार पर ही आजसू का विरोध शुरू कर दिया है. भाजपा कार्यकर्ताओं ने आजसू के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. मलखान सिंह के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी की. सीट को लेकर इस तरह का समझौता नहीं करने की अपील की. कहा कि कार्यकर्ताओं ने इस सीट पर भाजपा उम्मीदवार को जिताने की पूरी तैयारी कर रखी है. फिलहाल प्रदेश भाजपा के आला नेता कार्यकर्ताओं की नाराजगी को दूर करने में लगे हुए हैं.
रांची-हटिया को लेकर राजनीतिक सरगर्मी तेज
रांची और हटिया सीट को लेकर भाजपा के नेता और कार्यकर्ता अब तक सस्पेंस में हैं. वैसे सोशल मीडिया पर प्रत्याशियों की जो सूची वायरल है, उसे ही सही मानकर पार्टी के नेता-कार्यकर्ता कुछ ज्यादा ही एक्टिव हो गये हैं. हालांकि चुनाव तैयारी में लगे नेता सोशल मीडिया पर वायरल सूचना का खंडन भी कर रहे हैं. वैसे सोशल मीडिया पर वायरल सूचना में बताया जा रहा है कि नवीन जायसवाल को रांची सीट से चुनाव लड़ाने की तैयारी है. वर्तमान विधायक सीपी सिंह का पत्ता कट सकता है. इस वायरल सूचना से कार्यकर्ताओं में उबाल है. रांची सीट से कई भाजपा नेताओं ने अपनी दावेदारी ठोकी है. उधर हटिया सीट के लिए भाजपा प्रत्याशी के रूप में अजय नाथ शाहदेव का नाम वायरल होने पर पार्टी के कार्यकर्ता असमंजस की स्थिति में हैं. हालांकि खुद अजय नाथ शाहदेव ने एक न्यूज चैनल से बातचीत करते हुआ दावा किया है कि वे कांग्रेस में ही हैं. इधर-उधर जाने की बात सही नहीं है.
आजसू-भाजपा के कुछ नेता झामुमो-कांग्रेस के संपर्क में भी
सोशल मीडिया पर आजसू और भाजपा के कुछ नेताओं के झामुमो-कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व के संपर्क में रहने की सूचना भी वायरल हो रही है. सोशल मीडिया पर वायरल हो रही सूचना के अनुसार, आजसू नेता जितेंद्र सिंह के कांग्रेस के संपर्क में हैं. वहीं हटिया इलाके से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ चुकीं एक महिला नेत्री के भी कांग्रेस के संपर्क में होने की सूचना वायरल हो रही है. वैसे तो भाजपा के एक दिग्गज नेता व पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रवींद्र राय के भी झामुमो के संपर्क होने की खबर वायरल हो रही है. हालांकि रवींद्र राय ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर ही इस तरह की सूचना का खंडन किया है.
एक्शन में चंदनक्यारी के पूर्व आजसू नेता उमाकांत रजक
आजसू के प्रधान महासचिव उमाकांत रजक हर हाल में चंदनक्यारी सीट से चुनाव लड़ना चाहते हैं. उन्होंने शुभम संदेश को बताया कि हम चंदनक्यारी सीट से ही चुनाव लड़ेंगे. पार्टी कोई भी हो सकती है. इस बीच शुक्रवार को उन्होंने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने पार्टी के अध्यक्ष को पत्र के जरिये अपना इस्तीफा सौंपा है. मिली जानकारी के अनुसार, उमाकांत रजक जल्द ही झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) का दामन थाम सकते हैं और पार्टी के टिकट पर चंदनक्यारी से चुनाव लड़ सकते हैं. वैसे चंदनक्यारी की तरह ही पलामू की हुसैनाबाद सीट से चुनाव की तैयारी कर रहे आजसू नेता कुशवाहा शिवपूजन मेहता भी रजक की राह चल सकते हैं. ऐसे में एक ओर जहां आजसू सुप्रीमो का सिरदर्द बढ़ेगा, वहीं दूसरी ओर भाजपा नेतृत्व की भी परेशानी बढ़ेगी.
दुमका में आपस में ही भिड़े भाजपाई, चाकूबाजी भी हुई
सोशल मीडिया पर भाजपा प्रत्याशियों की सूची वायरल हुई, तो पार्टी के वैसे नेता एक्टिव हो गये, जो चुनाव लड़ने की तैयारी में जुटे हैं. नेता एक्टिव हुए, तो कार्यकर्ता भला कैसे पीछे रहते. लेकिन आपाधापी में पूर्व सांसद सुनील सोरेन और पूर्व मंत्री लुईस मरांडी के समर्थक आपस में ही उलझ गये. बताया जाता है कि दुमका सीट से टिकट के लिए दोनों दावेदार हैं. लेकिन उनके समर्थक वायरल सूची को ही देखकर अपनी दावेदारी मजबूत बताते हुए एक-दूसरे को चुनौती दे डाली. दुमका के इंदिरा नगर के जरवाडीह मुहल्ले में सुनील और लुईस के समर्थक आपस में भिड़ गये. चाकूबाजी तक हो गयी. आरोप है कि पूर्व सांसद सुनील सोरेन के समर्थकों ने लुईस मरांडी के समर्थक अनुज सिंह पर चाकू से हमला कर घायल कर दिया. पुलिस मामले की जांच कर रही है.