Lagatar Desk
अस्पतालों में बेड नहीं है. ऑक्सीजन नहीं हैं. ऑक्सीजन सिलेंडर नहीं है. जरुरी इंजेक्शन उपलब्ध नहीं है. एंबुलेंस वाले लूट रहें हैं. श्मशान में लकड़ी नहीं है. इसके लिये कौन है जिम्मेदार ? केंद्र सरकार ! राज्य सरकार ! या दोनों सरकारें ! या फिर नया नाम जो आया है “सिस्टम”! आप खुद बतायें. अपनी आवाज खुद बनें. नीचे कमेंट बॉक्स में अपनी बात लिखे. अब नहीं आवाज उठायेंगे, तो कब उठायेंगे !
मैं कोबिड़ काल में पिछले शनिवार की घटित आपबीती घटना साझा करूंगा तो सिस्टम और सरकार यहां तक की अंधभक्त को भी बुरा लगेगा। अखबारों में दावें और हकीकत में बड़ा फासला देखनों को मिला। इलाज के अभाव में दम तोड़ दिए आदित्यपुर माझी टोला निवासी दिलीप बाबू !
दीपक जी.. कृपया शेयर करें… लोगों को जानना चाहिये क्या हो रहा है…
Rajya sarkar, aur kuch had tak system
नेता तो अपने फायदे के हिसाब से योजना बनाते लाते है।
जनता क्यों नही कहती अपने फायदे की योजना लाने को।
क्यों मुफ्तखोरी में लगी रहती है,शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली,पानी कृषि रोजगार के मुद्दों पर वोट करने के बजाय जात धर्म बाहरी भीतरी के आधार पर वोट करने वालो को अभी सवाल उठाने का हक नही।
यह समय मिलकर कोरोना जैसी महामारी से लड़ने का है।
जो साधन है उसी का बेहतर उपयोग कैसे हो ,ज्यादा से ज्यादा लोगों लाभ कैसे पहुँचाया जाय इसपर बात हो काम हो,
यह जो कोरोना महामारी इतना फैला हुआ है इसके लिए राज्य सरकार, केंद्र सरकार ,स्वास्थ्य व्यवस्था और सबसे ज्यादा भारतीय जनता जिम्मेदार है
इन सारी चीजों के लिए केंद्र और राज्य सरकार जिम्मेदार है। पिछले वर्ष ही हमारे राज्य और केंद्र सरकार की health सिस्टम की पोल खुल चुकी थी। पूरे देश मे lockdown लगा लेकिन केंद्र और राज्य सरकार ने इस अवसर को हेल्थ system को मजबूत करने की दिशा में कोई ठोस पहल नहीं किया।परिणामस्वरूप आज जब कोरोना की दूसरी लहर आई तो चारों ओर हाहाकार मच गया और लोग कोरोना महामारी से मारने लगे। अगर सारी PHC और CHC, अस्पतालो को ऑक्सीजन से लैस कर दिया जाता ,चिकित्सकों, नर्सों, मेडिकल इक्विपमेंट और अन्य मेडिकल जरूरतों को इन रक वर्षों में UPTODATE कर दिया जाता तो आज लोकडौन करने की जरूरत नही होती और हम इस महामारी से लड़ाई जारी रख सकते और मात दे सकते। एक बीमार HEALTH SYSTEM क्या बीमारी से लड़ने में सक्षम हो सकता। आज जो भी समस्याएं हैं और पब्लिक मारे जा रहे है उसका मूल कारण हमारे राज्य सरकार और केंद्र सरकार की अदूरदर्शिता और भ्रष्ट शासन प्रणाली का परिणाम है।
If it is about the persisting situation then both people and Goverment are equally responsible for their lethargic ways and means in dealing with covid in the previous year. The carelessness of people in following government warnings and avoiding social distancing as well as the govermnent in considering the covid gone and remaining unprepared for the forthcoming situation turned out to be disastrous. Or could be said as what we are seeing today
No need lockdown..In All India..Open all the things…..Other wise middle class family will die due to hunger, depreciation,and other reason…