बीईओ ने कहा: शिक्षा विभाग में सरकारी राशि के करोड़ों के घोटाले का खुलासा किया, इसलिए मेरे खिलाफ शिक्षक रच रहे साजिश
Ranchi: झारखंड में सेवा पुस्तिका खोलने के नाम पर पैसे की उगाही होती है. सरकारी कर्मी ही, सरकारी कर्मी से पैसे मांगता है. उगाही का पैसा प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी (बीईओ), जिला शिक्षा प्रसार पदाधिकारी (डीईओ) से लेकर क्षेत्रीय उच्च शिक्षा निदेशक तक पहुंचता है. पैसे नहीं देने पर बीईओ सर्विस बुक नहीं खोलते हैं. ऐसी शिकायत स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग और झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद को मिली है. सरायकेला जिले के गम्हरिया प्रखंड के मध्य विद्यालय रायबसा में पदस्थापित आदिवासी शिक्षिका राधी पूर्ति ने शिकायत किया है.
शिक्षिका राधी पूर्ति ने बीईओ द्वारा पैसा मांगने, मानसिक रूप से प्रताड़ित करने और आदिवासी कह कर कार्यालय में बेइजत करने से संबंधित शिकायत दर्ज कराई है. आदित्यपुर थाने में एससी एसटी के तहत शिक्षिका ने मामला दर्ज करने के लिए लिखित शिकायत किया है. शिकायत पत्र में राधी पूर्ति ने बताया कि उनकी सेवा पुस्तिका वर्ष 2018-19 में गुम हो गई थी. द्वितीय सेवा पुस्तिका के लिए बीईओ,गम्हरिया को 8 मई 2020 को सूचित करते हुए निवेदन किया गया था. उसी सिलसिले में 8 अप्रैल 2021 को गम्हरिया प्रखंड परिसर स्थित कानन कुमार पात्र के कार्यालय के कक्ष में गई थी. तब बीईओ ने बेहतर व्यवहार नहीं किया था.
आदिवासियों का खर्च ही क्या है..हड़िया-दारू पीकर सो जाते हो
शिकायत पत्र में शिक्षिका ने बताया है कि बीईओ अपने कार्यालय में मुझपर भडक गए. 2 वर्ष से लंबित सेवा पुस्तिका नहीं खोले जाने का वास्तविक कारण जब शिक्षिका ने जानना चाहा, तो बीईओ भड़क गए. आक्रोशित हो गए. मुझसे कहने लगे कि मेरे चपरासी के माध्यम से तुम्हें बार-बार कहा जाता है. वित्तीय सेवा पुस्तिका खोलने में जिला शिक्षा अधीक्षक से लेकर क्षेत्रीय उच्च शिक्षा निदेशक कोल्हान तक मैनेज करने के लिए मोटी राशि की जरूरत है. पैसे देने में आनाकानी एवं असमर्थता व्यक्त करती हो. तुम आदिवासियों का खर्च ही क्या है. दिन भर हड़िया- दारु पीकर रात को सो जाते हो. मांग के अनुरूप चढ़ावा नहीं देने पर वित्तीय सेवा पुस्तिका के लिए वर्षो तक घूमती रहोगी. तुम मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकती हो. मेरी पहुंच सचिवालय तक है.
शिक्षिका ने आगे बताया कि आशा के विपरीत अचानक सार्वजनिक कार्यालय में अनुसूचित जनजाति की महिला होने के नाते अनादर अपमानजनक टिप्पणी से मैं आहत हो गईं. घर जाकर कई रातों तक मैं सो भी नहीं पाई. मैं कोई निर्णय लेने की स्थिति में नहीं थी. अंततः मन को मजबूत कर न्याय की आस में प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने का निर्णय लेते हुए शिकायत किया है. शिक्षिका ने बताया कि बीईओ के प्रताड़ना से कार्यालयों के चक्कर लगाने के क्रम में उनका गर्भपात भी हो गया है. जिसके लिए उन्होंने सीधे तौर पर बीईओ को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने बीईओ के चपरासी द्वारा पैसे मांगे जाने के पर्याप्त सुबूत उपलब्ध होने की बात कही है. शिक्षिका ने कहा है कि जरूरत पड़ने पर जांच के दौरान सभी ऑडियो क्लिप उपलब्ध कराएंगी.
आरोप को बीईओ ने बताया निराधार, शिक्षकों ने रची साजिश
बीईओ,गम्हरिया कानन कुमार पात्रा ने अपने ऊपर लगे आरोपों को निराधार बताया है. उन्होंने इसे एक षड्यंत्र बताया है. द्वितीय सेवा पुस्तिका के सम्बंध में उन्होंने बताया कि शिक्षिका को सेवा पुस्तिका उपलब्ध करा दी गई है. दुर्व्यवहार का आरोप लगाने की तरीख और शिकायत के तारीख पर उन्होंने सवाल उठाए हैं. आठ अप्रैल के सीसीसीटीवी फुटेज में उन्होंने सारी घटना मौजूद होने की बात कही है.
बीईओ ने बताया है कि जिले के शिक्षा विभाग में सरकारी राशि के करोड़ों के घोटाले का खुलासा करने के कारण कुछ शिक्षकों द्वारा साजिश रची जा रही है. उन्होंने हर जांच के लिए खुद को तैयार बताया है.