Bermo: सीसीएल बीएंडके एरिया अंतर्गत कारो परियोजना के विस्थापित गोपाल महतो भूखे मरने को विवश हैं. सीसीएल ने इनकी जमीन ले ली लेकिन नौकरी नहीं दी. अब वे उसी परियोजना में दिहाड़ी मजदूरी कर परिवार का भरण-पोषण कर रहे हैं. 1984 में सीसीएल ने कारो परियोजना के लिए किया जमीन का अधिग्रहण गोपाल महतो ने बताया कि उनका जमीन सीसीएल ने कारो परियोजना के लिए 1984 में अधिग्रहण किया. 14 फरवरी 1993 को उन्हें नौकरी के लिए इंटरव्यू में बुलाया गया. इंटरव्यू उस तारीख को नहीं लेकर 15 फरवरी को लिया गया. इंटरव्यू के बाद उन्हें नियुक्ति पत्र नहीं सौंपा गया. वह लगातार नौकरी के लिए सीसीएल कार्यालय का चक्कर काट रहे हैं. 29 वर्ष गुजर जाने के बाद भी उन्हें नियुक्ति पत्र नहीं मिली. उनकी दो बेटी है, जो सरकारी स्कूल में पढ़ती है. यह">https://lagatar.in/wp-admin/post.php?post=219965&action=edit">यह
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बेरमो : नौकरी नहीं मिलने से सीसीएल विस्थापित भूखा मरने को विवश

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