Bermo : विस्थापित संघर्ष समिति के बैनर तले 22 फरवरी को सीसीएल बीएंडके क्षेत्र अंतर्गत कारो परियोजना में कोल ट्रांसपोर्टिंग ठप कर दिया गया. सीसीएल बीएंडके प्रबंधन से वार्ता के बाद आंदोलन समाप्त हुआ. सुबह में महिला-पुरुषों ने डंपरों से कोयले की ढुलाई पर रोक लगा दी. आंदोलनकारी अधिग्रहीत जमीन के एवज नियोजन व मुआवजा की मांग करते हुए प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी की. आंदोलनकारियों का नेतृत्व सोहनलाल मांझी कर रहे थे. चक्का जाम आंदोलन के दौरान पुलिस व सीआइएसएफ के जवान तैनात थे. विस्थापित नेताओं ने कहा कि विस्थापितों को नौकरी, मुआवजा और पुनर्वास का मांग पत्र बीएंडके प्रबंधन को सौंपा गया था, लेकिन अब तक पहल नहीं की गई. बाध्य होकर विस्थापितों ने चक्का जाम किया. विस्थापित नेता और प्रबंधन के बीच हुई वार्ता बेरमो के करगली ऑफिसर क्लब में जीएम एमके राव की उपस्थिति में विस्थापितों के साथ वार्ता हुई. जीएम ने कहा कि विस्थापितों की मांगें हेड क्वार्टर से बातचीत कर पूरी की जाएगी. यह">https://lagatar.in/wp-admin/post.php?post=250486&action=edit">यह
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बेरमो : विस्थापित संघर्ष समिति का चक्का जाम आंदोलन वार्ता के बाद स्थगित

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