अपहृत ने परिजनों को किया फोन, आसनसोल में हूं सुरक्षित
Bermo : बेरमो थाना क्षेत्र के ढोरी स्टाफ क्वार्टर निवासी लक्ष्मण सिंह के दामाद रंजय सिंह के अपहरण मामले में परिजनों ने 18 जून को जनता ऑयल मिल में हंगामा किया. हंगामा का वजह ये रहा कि परिजन मिल संचालक से सोनू नामक युवक को हवाले करने की मांग कर रहे थे. संचालक ने इस मामले में अनभिज्ञता जाहिर की. इसी बीच सूचना पाकर बेरमो थाना पुलिस मिल पहुंची और आक्रोशित परिजनों को शांत किया.
क्या है मामला
परिजनों ने आरोप लगाया कि सोनू समेत तीन युवकों ने रंजय सिंह का अपहरण कर कहीं छुपा रखा है. रंजय सिंह की अंतिम मीटिंग सोनू और उसके साथियों के साथ 17 जून को हुई थी. मीटिंग के बाद से ही रंजय का मोबाइल स्विच ऑफ हो गया. अनहोनी की आशंका होने पर परिजनों ने खोजबीन शुरू की. सोनू पूर्व में रंजय सिंह को कई बार धमकी दे चुका है. इस वजह से परिजनों को सोनू पर शक हुआ.
सोनू ने थाना में किया सरेंडर
परिजनों का आक्रोश बढ़ता देख सोनू ने बेरमो थाना जाकर सरेंडर कर दिया. परिजन खबर पाते ही थाना पहुंचे और थाना प्रभारी से उसे दिखाने की मांग करने लगे. इसी बीच थाने में ही अपहृत रंजय सिंह ने परिजनों को फोन किया कि वह आसनसोल में सुरक्षित है. उसके जान को किसी तरह का खतरा नहीं है. अंदाजा लगाया जा रहा है कि पुलिस के दबाव और परिजनों के हंगामा के कारण रंजय को अपहर्ताओं ने छोड़ दिया.
थाना परिसर में रंजय के ससुर लक्ष्मण सिंह और रंजय की पत्नी प्रियंका सिंह बार-बार बेहोश हो जा रही थी. दोनों बार-बार पुलिस से रंजय की सुरक्षित वापसी की गुहार लगा रहे थे. इस संबंध में बेरमो थाना प्रभारी रविंद्र कुमार सिंह ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है. जो भी इस घटना में शामिल होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
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