Bermo: बोकारो जिले के गोमिया प्रखण्ड अंतर्गत कोनार डैम में डीवीसी का जलाशय है. इस जलाशय को बनाने में सैकड़ों एकड़ जमीन किसानों की अधिगृहित की गई है. लेकिन विस्थापित गांव के ग्रामीणों को पानी नहीं मिलता है. राज्य सरकार कोनार डैम से विस्थापित गांव के ग्रामीणों के लिए जरकुंडा संयुक्त ग्रामीण जलापूर्ति योजना बनाई है. इस योजना के तहत आसपास गांव के ग्रामीणों को पेयजल आपूर्ति की जाएगी. इसी प्रकार तेनुघाट डैम से तुलबुल गांव के बिरसा हरदियामो ग्रामीण जलापूर्ति योजना के तहत पानी मुहैया कराया जाएगा. इसे भी पढ़ें- शिवसेना">https://lagatar.in/shiv-senas-mouthpiece-saamna-attacked-pm-modi-on-pok-calling-surgical-strike-a-small-firecracker/">शिवसेना
के मुखपत्र सामना ने Surgical Strike को छोटा पटाखा बताते हुए पीओके पर पीएम मोदी को घेरा इस संबंध में पीएचईडी के कार्यपालक अभियंता राम प्रवेश राम ने बताया कि जारकुंडा, टिकाहारा, धवैया और बिरसा जलापूर्ति योजना का सर्वे का काम चल रहा है. योजना के लिए निविदा निकल चुकी है. सर्वे का काम पूरा होने के बाद इस योजना का काम शुरू होगा. उन्होंने बताया कि ग्रामीणों को उनके घर तक पानी में पहुंचाने में दो साल लगेंगे. इसी प्रकार कसमार प्रखंड के सभी गांव तक पानी पहुंचाने के लिए 114 करोड़ रूपए की लागत से योजना स्वीकृत है. पेटरवार प्रखंड के 39 गांव में पानी पहुंचाया जा चुका है. कोह और चरगी पंचायत के लिए 14 करोड़ की योजना स्वीकृत है. जिसका काम होना बाकी है. इसे भी पढ़ें- हीरो">https://lagatar.in/income-tax-raid-on-hero-motocorp-chairman-pawan-munjal-accused-of-showing-bogus-expenses/">हीरो
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बेरमो: कोनार डैम से ग्रामीणों को नहीं मिला पानी, 2024 तक करना होगा इंतजार
