Bermo: गोमिया के चर्चित झुमरा पहाड़ के तलहटी में बड़े पैमाने पर लकड़ी की तस्करी जारी है. पिछले एक माह से चतरोचट्टी थाना क्षेत्र स्थित चिपरी गांव के निकट भालुवाई जंगल में लकड़ी तस्कर जंगल की बेशकीमती लकड़ी को काट कर गोविंदपुर, विष्णुगढ़ और बगोदर में ले जाकर बेच रहे हैं. जब इस बात की जानकारी जब वन विभाग के अधिकारियों को हुई, तो विभाग ने भालुवाई जंगल में जाकर छापेमारी की कार्रवाई की. जिसमें पेड़ के बड़े बड़े लकड़ी के बोटे बरामद किए गए हैं.
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छापेमारी की कार्रवाई देख भागे लकड़ी तस्कर
वन विभाग की छापेमारी की कार्रवाई के दौरान पहले लकड़ी तस्कर भागने में सफल रहे. इस संबंध में वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि, जंगल से काटी गई लकड़ियों को कोनरडैम के जरकुंडा बिट कार्यालय में रखा गया है. जबकी पूछताछ से जानकारी मिली है कि, चिपरी गांव के कुछ दबंग लोग लकड़ी कटवाकर बाजार में बेचने का काम कर रहे थे. गुप्त सूचना के आधार पर सभी तस्करों की पहचान कर ली गई है. जिनके विरुद्ध वन अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है. अधिकारियों ने बताया कि, वारंट जारी होते ही सभी नामजद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
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जंगलों की कटाई से जानवरों को भी परेशानी
लगातार जंगल क्षेत्र में वनों की कटाई एवं पुल पुलिया के निर्माण से जंगली जानवर गांव की ओर मुखातिब होते हैं. वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि, हाथियों का दल का एक जंगल से दूसरे जंगल में आना जाना लगा रहता है. वे यह भी बताते हैं कि, हाथी के पूर्वज जिस रास्ते से आवागमन किये हैं. उनके वंशज भी उसी रास्ते से आते जाते हैं. लंबे अर्से के उन रास्तों पर पुल पुलिया एवं सड़क का निर्माण हो जाने से हाथी गांव एवं शहर की ओर मुखातिब होते हैं. इधर ग्रामीण एवं तस्कर भी जंगल को नुकसान पहुंचा रहे हैं. जिससे परेशानी और भी बढ़ जाती है.
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