Bhagalpur: ईंट भट्ठे में काम करने वाली महिला मजदूर सरिता देवी के बैंक खाते में अचानक 90 लाख रुपये जमा कर दिये गए. दिल्ली में ऑक्सीजन और रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी कर जो उगाही की जा रही थी वह सरिता के खाते में लगातार जमा कराये जा रहे थे. शनिवार को दिल्ली से आयी पुलिस की स्पेशल टीम ने सरिता देवी को गिरफ्तार कर लिया है. सरिता देवी को न अपने बैंक खाते की खबर है औऱ ना उसमे जमा पैसे की कोई जानकारी है. दिल्ली से आयी पुलिस ने कहा कि सरिता देवी के नाम पर दिल्ली में बड़े पैमाने पर ऑक्सीजन और रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी हुई है. इसी मामले में उसकी गिरफ्तारी की गई है.
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सरिता देवी ने एक ठेकेदार के मुंशी पर लगाया आरोप
सरिता देवी और उसके पति ने बताया कि ये सारा खेल एक ठेकेदार के मुंशी का है. भागलपुर के घोघा में एक आरओबी बन रही है. वहां ठेकेदार का मुंशी रोशन कुमार रहता है जो बेगूसराय का रहने वाला है. मुंशी रोशन ने ईंट भट्ठे पर काम करने वाली महिलाओं से कहा कि वह उनकी सरकारी नौकरी लगवायेगा लेकिन उसके लिए कागज दुरूस्त करना होगा. रोशन ने महिलाओँ से सारे कागजात लिये औऱ फिर उन्हीं कागजातों के सहारे 21 महिलाओं का बैंक खाता खुलवाया. इन खातों का पासबुक, एटीएम से लेकर दूसरे सारे कागजात रोशन ने अपने पास ही ऱखे. महिलाओं को उसकी भनक तक नहीं लगने दी. अब मुंशी के उसी जाल में फंस कर ईंट भट्ठा में काम करने वाली मजदूर सरिता देवी गिरफ्तार हो गयी है.